महात्मा ज्योतिबा फुले की 198वीं जयंती पर गुरुवार को जयपुर के सहकार मार्ग, बाइस गोदाम सर्किल स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा स्मारक पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा और विधायक गोपाल शर्मा भी मौजूद रहे।
यह आयोजन समाज सुधार और शिक्षा के क्षेत्र में महात्मा फुले के योगदान को याद करने का अवसर बना। खास बात यह रही कि आज कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक ही पटल पर नजर आए। यहां पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सुबह 10 बजे ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे और उनके साथ नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी थे। मंत्री अविनाश गहलोत ने पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत का गुलदस्ता देकर स्वागत किया। जिसके बाद अविनाश गहलोत ने अशोक गहलोत को पगड़ी पहनाकर बधाई दी। हालांकि इसके बाद भी कई गणमान्य लोगों का यहां पहुंचकर महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने का सिलसिला जारी रहा।
हालांकि सुबह 11.30 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा भी यहां पहुंचे और ज्योतिबा फुले को श्रद्धांजलि दी। यहां कांग्रेस-भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता एक-दूसरे को महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती की बधाई देते नजर आए। इससे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि महात्मा फुले का जीवन वंचितों और शोषितों के सशक्तिकरण के लिए समर्पित था। उनका जीवन सभी को समतामूलक समाज की स्थापना के लिए प्रेरित करता रहेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद मीडिया से कहा- महात्मा फुले ने उस समय महिलाओं के लिए स्कूल खोला था, जब पढ़ाई करना पाप माना जाता था। उन्होंने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को भी शिक्षित किया। आज देशभर में उनके नाम पर कई संस्थान स्थापित हो चुके हैं। मंत्री अविनाश गहलोत ने महात्मा फुले को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने अस्पृश्यता उन्मूलन, किसान कल्याण और महिला शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया। उनका योगदान भारतीय समाज में सदैव अमर रहेगा।