नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की कंपनी Tata Consumer Products Ltd के स्टॉक पर सोमवार को निवेशकों की नज़र बनी रहने वाली है. हालांकि शुक्रवार को स्टॉक में गिरावट देखने को मिली, लेकिन मंडे को स्टॉक में तेज़ी देखने को मिल सकती है. इसका कारण यह है कि टाटा कंज्यूमर लिमिटेड ने सरकार के साथ पांच सालों के लिए एक बड़ी डील साइन की है.
सरकार के साथ बड़ी डीलएक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मिनिस्ट्री के साथ एक प्रारंभिक समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें अगले पांच सालों में 2,000 करोड़ रुपये तक के निवेश का वादा किया गया है.
कंपनी को वादा किया गया यह निवेश वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 के लिए निवेश प्रोत्साहन गतिविधि से जुड़ा है. कंपनी ने बताया कि निवेश प्रत्येक प्रोजेक्ट की वित्तीय व्यवहार्यता की जाँच और आवश्यक कॉर्पोरेट एवं कानूनी मंज़ूरी मिलने के बाद ही किया जाएगा. कंपनी ने यह भी कहा कि आखिरी जानकारी की पुष्टि होने के बाद ही उन्हें साझा किया जाएगा.
अलग से, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने कहा कि केयर रेटिंग्स ने एक बार फिर उसके कमर्शियल पेपर्स और शॉर्टटर्म लोन के लिए उसे सर्वोच्च शॉर्टटर्म क्रेडिट रेटिंग (केयर ए1+) दी है. यह रेटिंग 1,500 करोड़ रुपये तक के उधार पर लागू होती है, जैसा कि 26 सितंबर, 2025 को एक रेग्यूलेटरी फाइलिंग में उल्लेख किया गया है.
FII ने भी बढ़ाई हिस्सेदारीकंपनी में विदेशी निवेशक यानी एफआईआई ने हिस्सेदारी को बढ़ाया है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 21.54% से बढ़ाकर 21.96% कर दिया है.
LIC की हिस्सेदारीटाटा ग्रुप की कंपनी में देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी की हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, जून 2025 तक, एलआईसी के पास कंपनी की 80,405,848 शेयर यानी कंपनी की 8.13 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.
शेयर परफॉरमेंसपिछले एक साल में यह स्टॉक 8 प्रतिशत तक गिरा है. लेकिन पिछले 5 साल में इस स्टॉक ने 119 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 1217 रुपये का है, तो स्टॉक का 52 वीक लो लेवल 882.9 रुपये का है.
सरकार के साथ बड़ी डीलएक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मिनिस्ट्री के साथ एक प्रारंभिक समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें अगले पांच सालों में 2,000 करोड़ रुपये तक के निवेश का वादा किया गया है.
कंपनी को वादा किया गया यह निवेश वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 के लिए निवेश प्रोत्साहन गतिविधि से जुड़ा है. कंपनी ने बताया कि निवेश प्रत्येक प्रोजेक्ट की वित्तीय व्यवहार्यता की जाँच और आवश्यक कॉर्पोरेट एवं कानूनी मंज़ूरी मिलने के बाद ही किया जाएगा. कंपनी ने यह भी कहा कि आखिरी जानकारी की पुष्टि होने के बाद ही उन्हें साझा किया जाएगा.
अलग से, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने कहा कि केयर रेटिंग्स ने एक बार फिर उसके कमर्शियल पेपर्स और शॉर्टटर्म लोन के लिए उसे सर्वोच्च शॉर्टटर्म क्रेडिट रेटिंग (केयर ए1+) दी है. यह रेटिंग 1,500 करोड़ रुपये तक के उधार पर लागू होती है, जैसा कि 26 सितंबर, 2025 को एक रेग्यूलेटरी फाइलिंग में उल्लेख किया गया है.
FII ने भी बढ़ाई हिस्सेदारीकंपनी में विदेशी निवेशक यानी एफआईआई ने हिस्सेदारी को बढ़ाया है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 21.54% से बढ़ाकर 21.96% कर दिया है.
LIC की हिस्सेदारीटाटा ग्रुप की कंपनी में देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी की हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, जून 2025 तक, एलआईसी के पास कंपनी की 80,405,848 शेयर यानी कंपनी की 8.13 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.
शेयर परफॉरमेंसपिछले एक साल में यह स्टॉक 8 प्रतिशत तक गिरा है. लेकिन पिछले 5 साल में इस स्टॉक ने 119 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 1217 रुपये का है, तो स्टॉक का 52 वीक लो लेवल 882.9 रुपये का है.
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