अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वे जल्द ही भारत के साथ एक नया ट्रेट एग्रीमेंट करने जा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें मोदी जी के प्रति बहुत सम्मान है और दोनों देशों के बीच रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं। दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में आयोजित APEC सीईओ लंचन में बोलते हुए ट्रंप ने मजाकिया लहजे में मोदी को 'सबसे अच्छे दिखने वाले व्यक्ति' और 'बेहद सख्त नेता' बताया। उन्होंने कहा- 'मैं भारत के साथ एक शानदार 'ट्रेड एग्रीमेंट करने वाला हूं।'
अपने भाषण में ट्रंप ने विदेश नीति और व्यापार को लेकर अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा- 'हमने कई युद्धों को रोका, अपने देश को मजबूत बनाया और अब दुनिया भर में एक के बाद एक ट्रेड एग्रीमेंट कर रहे हैं।'
भारतीय निर्यात पर अमेरिकी टैरिफ घटाने की तैयारी
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेड एग्रीमेंट की बातचीत का मुख्य फोकस अमेरिकी टैरिफ को भारतीय निर्यात पर कम करने पर है, जो वर्तमान में 50% हैं और इन्हें घटाकर लगभग 15% तक लाने की संभावना है। चर्चाओं से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा, 'डील का खाका अभी भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।' अगर यह प्रस्तावित समझौता हो जाता है, तो यह वॉशिंगटन और नई दिल्ली के बीच व्यापारिक रिश्तों को फिर से मजबूत कर सकता है। ये रिश्ते उस वक्त ठंडे पड़ गए थे जब ट्रंप ने भारतीय प्रोडक्ट पर भारी टैरिफ लगा दिए थे।
फिर ट्रंप बोले- मेरी दखल से 48 घंटे में रुकी जंग
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ था, तब उन्होंने दोनों देशों से कहा था कि अमेरिका किसी भी पक्ष के साथ ट्रेड एग्रीमेंट नहीं करेगा, जब तक लड़ाई बंद नहीं होती। ट्रंप ने कहा - 'मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, ‘हम अभी आपके साथ कोई ट्रेड एग्रीमेंट नहीं कर सकते क्योंकि आप पाकिस्तान से लड़ रहे हैं।’ फिर मैंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से भी यही कहा कि जब तक आप भारत से लड़ाई में हैं, तब तक कोई समझौता नहीं होगा।'
ट्रंप का दावा है कि जब उन्होंने 250% टैरिफ लगाने की धमकी दी, तो दोनों देशों ने 48 घंटे के अंदर युद्धविराम पर सहमति बना ली। उन्होंने यह भी कहा कि उस समय 'सात विमान गिरा दिए गए थे' और उनकी दखलअंदाजी ने 'लाखों लोगों की जान बचा ली।' उन्होंने मई महीने में भी सोशल मीडिया पर यही कहानी दोहराई थी। ट्रंप के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान ने एक 'पूर्ण और तुरंत लागू होने वाला' युद्धविराम स्वीकार किया था, जो वॉशिंगटन की मध्यस्थता में 'लंबी रात की बातचीत' के बाद संभव हुआ।.
हालांकि, भारत ने इस दावे को पूरी तरह खारिज किया है। भारतीय अधिकारियों का कहना है कि युद्धविराम का फैसला किसी अमेरिकी मध्यस्थता से नहीं, बल्कि पाकिस्तान के DGMO की ओर से उनके भारतीय समकक्ष को किए गए अनुरोध के बाद लिया गया था। यह समझौता 10 मई को तय हुआ था। इसका संबंध 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले से था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसके बाद सीमा पर गोलाबारी शुरू हो गई थी।
अपने भाषण में ट्रंप ने विदेश नीति और व्यापार को लेकर अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा- 'हमने कई युद्धों को रोका, अपने देश को मजबूत बनाया और अब दुनिया भर में एक के बाद एक ट्रेड एग्रीमेंट कर रहे हैं।'
भारतीय निर्यात पर अमेरिकी टैरिफ घटाने की तैयारी
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेड एग्रीमेंट की बातचीत का मुख्य फोकस अमेरिकी टैरिफ को भारतीय निर्यात पर कम करने पर है, जो वर्तमान में 50% हैं और इन्हें घटाकर लगभग 15% तक लाने की संभावना है। चर्चाओं से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा, 'डील का खाका अभी भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।' अगर यह प्रस्तावित समझौता हो जाता है, तो यह वॉशिंगटन और नई दिल्ली के बीच व्यापारिक रिश्तों को फिर से मजबूत कर सकता है। ये रिश्ते उस वक्त ठंडे पड़ गए थे जब ट्रंप ने भारतीय प्रोडक्ट पर भारी टैरिफ लगा दिए थे।
फिर ट्रंप बोले- मेरी दखल से 48 घंटे में रुकी जंग
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ था, तब उन्होंने दोनों देशों से कहा था कि अमेरिका किसी भी पक्ष के साथ ट्रेड एग्रीमेंट नहीं करेगा, जब तक लड़ाई बंद नहीं होती। ट्रंप ने कहा - 'मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, ‘हम अभी आपके साथ कोई ट्रेड एग्रीमेंट नहीं कर सकते क्योंकि आप पाकिस्तान से लड़ रहे हैं।’ फिर मैंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से भी यही कहा कि जब तक आप भारत से लड़ाई में हैं, तब तक कोई समझौता नहीं होगा।'
ट्रंप का दावा है कि जब उन्होंने 250% टैरिफ लगाने की धमकी दी, तो दोनों देशों ने 48 घंटे के अंदर युद्धविराम पर सहमति बना ली। उन्होंने यह भी कहा कि उस समय 'सात विमान गिरा दिए गए थे' और उनकी दखलअंदाजी ने 'लाखों लोगों की जान बचा ली।' उन्होंने मई महीने में भी सोशल मीडिया पर यही कहानी दोहराई थी। ट्रंप के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान ने एक 'पूर्ण और तुरंत लागू होने वाला' युद्धविराम स्वीकार किया था, जो वॉशिंगटन की मध्यस्थता में 'लंबी रात की बातचीत' के बाद संभव हुआ।.
हालांकि, भारत ने इस दावे को पूरी तरह खारिज किया है। भारतीय अधिकारियों का कहना है कि युद्धविराम का फैसला किसी अमेरिकी मध्यस्थता से नहीं, बल्कि पाकिस्तान के DGMO की ओर से उनके भारतीय समकक्ष को किए गए अनुरोध के बाद लिया गया था। यह समझौता 10 मई को तय हुआ था। इसका संबंध 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले से था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसके बाद सीमा पर गोलाबारी शुरू हो गई थी।
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