आजकल की तेज़-तर्रार जीवनशैली में, हम अक्सर जल्दी खाना पकाने के तरीकों का सहारा लेते हैं। प्रेशर कुकर जैसे उपकरण हमारे समय की बचत करते हैं, लेकिन क्या हम जानते हैं कि ये तरीके हमारे भोजन में आवश्यक पोषक तत्वों को समाप्त कर सकते हैं? विशेष रूप से दालों के मामले में, लोग अक्सर इन्हें गलत तरीके से पकाते हैं, जिससे उनका पौष्टिक मूल्य घट जाता है। यदि आप भी दालें जल्दी पकाने के लिए प्रेशर कुकर का उपयोग करते हैं, तो आपको अपने तरीके में बदलाव करना चाहिए। आइए, दाल पकाने के सही तरीके और इसके फायदों के बारे में जानते हैं।
गलत तरीका – प्रेशर कुकर में दालें पकाना
आजकल लगभग हर घर में दालें प्रेशर कुकर में पकाई जाती हैं क्योंकि यह जल्दी होती हैं और समय की बचत होती है। लेकिन, विशेषज्ञों का मानना है कि प्रेशर कुकर में दालें पकाना सही तरीका नहीं है। ऐसा करने से दालों में मौजूद विटामिन और मिनरल जैसे पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं, जो उनके पौष्टिक मूल्य और स्वास्थ्य लाभ के लिए आवश्यक हैं। प्रेशर कुकर में अधिक गर्मी और दबाव से दालों में आवश्यक पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं। इसके बजाय, पारंपरिक तरीके से दालें पकाना बेहतर है।
सही तरीका – मिट्टी के बर्तन में दालें पकाना
यदि आप दालों में सभी पोषक तत्वों को बनाए रखना चाहते हैं, तो उन्हें मिट्टी के बर्तन में पकाएं। इस विधि से न केवल दालों का स्वाद बढ़ता है, बल्कि बर्तन में मौजूद मिनरल भी दालों में समाहित हो जाते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। मिट्टी के बर्तन में पकाने से गर्मी धीरे-धीरे और समान रूप से फैलती है, जिससे दालों में सभी पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं। यह तरीका दालों को बेहतर तरीके से पचाने में भी मदद करता है।
हमारे पूर्वज भी यही तरीका अपनाते थे
हमारे पूर्वज भी मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाते थे, और यह तरीका आज भी सबसे प्रभावी माना जाता है। मिट्टी के बर्तन दालों में पोषक तत्वों को नष्ट होने से रोकते हैं, जबकि प्रेशर कुकर से पोषक तत्वों का काफी नुकसान होता है। इसलिए, अगली बार जब आप दालें पकाएं, तो प्रेशर कुकर के बजाय मिट्टी के बर्तन का उपयोग अवश्य करें।
दालों में मसाले मिलाने के फायदे
आप दालों को पचाने में मदद के लिए कुछ मसालों का भी उपयोग कर सकते हैं। अरहर दाल, उड़द दाल और कुछ अन्य दालें पेट में भारी हो सकती हैं, इसलिए उनके साथ मसालों का उपयोग करना बहुत फायदेमंद होता है। हींग, जीरा, हल्दी और काली मिर्च जैसे मसाले दालों को पचाने में मदद करते हैं। ये मसाले दाल का स्वाद भी बढ़ाते हैं और उन्हें पचाने में भी आसान बनाते हैं।
दाल के फायदे – सेहत के लिए सुपरफूड
दाल को सही तरीके से पकाने पर इसके फायदे और भी बढ़ जाते हैं। दाल प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है, खासकर शाकाहारी लोगों के लिए। ये शरीर को ऊर्जा देती हैं और इनमें आवश्यक मिनरल, विटामिन और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं। दाल खाने से शरीर को आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और मैंगनीज जैसे पोषक तत्व मिलते हैं, जो हड्डियों, दिल, दिमाग और किडनी के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, दाल वजन कम करने में मदद करती हैं और मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाती हैं। नियमित रूप से दाल खाने से दिल की सेहत भी अच्छी रहती है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी नियंत्रित रहता है।
दाल खाने के स्वास्थ्य लाभ
1. वजन कम करने में मदद करती है – दाल में प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो भूख को नियंत्रित करता है और वजन कम करने में मदद करता है.
2. पाचन में सुधार करती है – दाल में मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है.
3. हड्डियों को मज़बूत बनाती है – दाल में कैल्शियम और आयरन होता है, जो हड्डियों को मज़बूत बनाता है.
4. दिल की सेहत के लिए अच्छी होती है – दाल में एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल होते हैं जो दिल की सेहत को बनाए रखते हैं और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं.
5. ऊर्जा का स्तर बनाए रखती है – दाल में मौजूद प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट शरीर को ऊर्जा देते हैं और पूरे दिन आपको सक्रिय रखते हैं.
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