लाइव हिंदी खबर :- मंगलवार को चीन ने अमेरिका से जापान में तैनात की गई मिड रेंज टाइफून मिसाइल सिस्टम को हटाने की मांग की है। अमेरिका द्वारा जापान में टाइफून मिसाइल की तैनाती को चीन ने इलाके की रणनीतिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने अपने बयान में कहा कि चीन की गंभीर आपत्तियों के बावजूद अमेरिका जापान में ज्वाइंट मिलट्री एक्सरसाइज के नाम पर टाइफून मिसाइल प्रणाली की तैनाती कर रहा है।
उन्होंने बताया कि जमीन से लांच होने वाला यह हथियार टॉम हॉक मिसाइलें दाग सकता है जिसकी मारक क्षमता 2000 किलोमीटर तक बताई जा रही है यानी यह दक्षिण चीन सागर, ताइवान स्ट्रेट और यहां तक की दक्षिणी चीन के कुछ हिस्सों को भी आसानी से निशाना बनाया जा सकता है। चीन अमेरिका द्वारा एशिया में तैनात की गई अपनी टाइफून मिसाइल को अन्य देशों के लिए भी खतरा बताया है।
चीन ने यह भी कहा कि इससे हथियारों की दौड और सैनिक टकराव के खतरे बढ़ जाएंगे। रणनीतिक सुरक्षा पर भी गंभीर असर पड़ेगा। इसके अलावा चीन ने यह भी कहा कि अमेरिका और जापान को दूसरे देशों की सुरक्षा की चिताओं का भी सम्मान करना चाहिए। क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए।
You may also like
दाहोद के मेडिकल कैंपों में महिलाओं को मिल रहा स्वास्थ्य लाभ
जूम डेवलपर्स के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी का एक्शन, 1.15 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त
उत्तराखंड : मसूरी में आपदा के बाद राहत और पुनर्निर्माण कार्य जोरों पर, युद्धस्तर पर जुटा प्रशासन
दीपिका कक्कड़ की स्वास्थ्य स्थिति पर चिंता, कैंसर से जूझ रही हैं
भारत में हर साल लाखों` लोगों की मौत का कारण बन रहा यह किचन का आम तेल जानिए कौन सा है ये धीमा ज़हर और कैसे करें बचाव