उत्तर प्रदेश में शिक्षा विभाग 50 से कम छात्र संख्या वाले 10,827 प्राइमरी स्कूलों का मर्जर करने जा रहा है। इससे पहले बीते 6 सालों में राज्य में 36,000 सरकारी प्राथमिक विद्यालय कम हो चुके हैं। इनमें से लगभग 26,000 स्कूलों को कम बजट में कक्षा 1 से 8 तक के संयुक्त विद्यालय में बदल दिया गया।
वर्तमान में प्रदेश की 13,000 से अधिक ग्राम पंचायतों में उच्च प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 6-8) नहीं है, जिससे बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए दूर जाना पड़ता है।
इस मुद्दे पर विपक्ष ने विधानसभा में सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। विपक्ष का कहना है कि लगातार स्कूलों के घटने से ग्रामीण इलाकों में शिक्षा व्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
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