US November Visa Bulletin: अमेरिका में लाखों की संख्या में विदेशी वर्कर्स काम कर रहे हैं, जिसमें भारतीय वर्कर्स भी शामिल हैं। यहां काम करने वाले विदेशी वर्कर्स को स्थायी रूप से रहने और जॉब करने के लिए ग्रीन कार्ड दिया जाता है। अमेरिका में हर वर्कर को कई कैटेगरी में बांटा गया है, जिसके आधार पर उनके लिए ग्रीन कार्ड का वेटिंग टाइम अलग-अलग है। विदेश मंत्रालय हर महीने वीजा बुलेटिन जारी करता है, जिसमें हर कैटेगरी के वर्कर्स के लिए ग्रीन कार्ड के लिए वेटिंग टाइम बताया जाता है।
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अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने नवंबर 2025 के लिए वीजा बुलेटिन जारी कर दिया है। एंप्लॉयमेंट बेस्ड कैटेगरी यानी रोजगार के आधार पर मिलने वाले ग्रीन कार्ड के EB-2 कैटेगरी के लिए वेटिंग टाइम तीन महीने आगे बढ़ गया है। EB-1 और EB-3 कैटेगरी में आने वाले वर्कर्स के लिए वेटिंग टाइम में कोई भी बदलाव नहीं देखा गया है। अगर आप भी ग्रीन कार्ड हासिल करना चाहते हैं, तो फिर आपको वीजा बुलेटिन पर नजर रखना होगा। इसमें हर तरह के बदलाव की जानकारी डिटेल के साथ बताई जाती है।
वीजा बुलेटिन को किस तरह समझें?
वीजा बुलेटिन को समझने के लिए आपके इसके दो प्रमुख हिस्सों के बारे में जानना होगा। पहला फाइनल एक्शन डेट है, जिसके जरिए आपको आपकी 'प्राइऑरिटी डेट' (यानी वो तारीख जब आपने पहली बार आवेदन किया था) के आधार पर ग्रीन कार्ड मिलने की जानकारी मिलेगी। जैसे अगर आपकी 'प्राइऑरिटी डेट' वीजा बुलेटिन चार्ट में दी गई तारीख से पहले की है, तो आपका ग्रीन कार्ड मिलने के लिए तैयार है। ग्रीन कार्ड पाने का आखिरी फेज ही 'प्राइऑरिटी डेट' होती है।
इसी तरह से दूसरा हिस्सा डेट्स फॉर फाइलिंग होता है, जो बताता है कि कोई वर्कर अपना ग्रीन कार्ड आवेदन कब जमा कर सकता है। इसके जरिए आप अपनी कागजी कार्रवाई समय से पहले शुरू कर पाते हैं। भले ही आपको तुरंत ग्रीन कार्ड नहीं मिलना हो। ये उन लोगों के लिए होता है, जिन्हें अभी ग्रीन कार्ड की वेटिंग लिस्ट में शामिल किया गया है।
कब तक मिलेगा ग्रीन कार्ड?
वीजा बुलेटिन के मुताबिक, EB-1 कैटेगरी के लिए फाइनल एक्शन डेट 15 फरवरी 2022 है, जिसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। डेट्स फॉर फाइलिंग भी 15 अप्रैल 2023 ही बनी हुई है। EB-1 कैटेगरी में वो वर्कर्स आते हैं, जिनके पास अपनी फील्ड में असाधारण क्षमता है। प्रोफेसर्स, रिसर्चर्स और मल्टीनेशनल कंपनियों के एग्जिक्यूटिव और मैनेजर्स भी इसी कैटेगरी का हिस्सा हैं।
EB-2 कैटेगरी के लिए फाइनल एक्शन डेट 1 अप्रैल 2013 है। इसमें भी कोई बदलाव नहीं देखा गया है। इसी तरह से डेट्स फॉर फाइलिंग भी 1 दिसंबर 2013 ही बनी हुई है। जिन लोगों के पास अडवांस डिग्री है या फिर वे अपनी फील्ड में महारत रखते हैं, उन्हें EB-2 कैटेगरी का हिस्सा माना जाता है। EB-3 कैटेगरी में स्किल वर्कर्स और प्रोफेशनल्स आते हैं, ज्यादातर H-1B वीजा वर्कर इसी कैटेगरी का हिस्सा हैं। EB-3 कैटेगरी के लिए फाइनल एक्शन डेट 22 अगस्त 2013 है, जबकि डेट्स फॉर फाइलिंग 15 अगस्त 2014 है। इसमें भी कोई बदलाव नहीं देखा गया है।
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अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने नवंबर 2025 के लिए वीजा बुलेटिन जारी कर दिया है। एंप्लॉयमेंट बेस्ड कैटेगरी यानी रोजगार के आधार पर मिलने वाले ग्रीन कार्ड के EB-2 कैटेगरी के लिए वेटिंग टाइम तीन महीने आगे बढ़ गया है। EB-1 और EB-3 कैटेगरी में आने वाले वर्कर्स के लिए वेटिंग टाइम में कोई भी बदलाव नहीं देखा गया है। अगर आप भी ग्रीन कार्ड हासिल करना चाहते हैं, तो फिर आपको वीजा बुलेटिन पर नजर रखना होगा। इसमें हर तरह के बदलाव की जानकारी डिटेल के साथ बताई जाती है।
वीजा बुलेटिन को किस तरह समझें?
वीजा बुलेटिन को समझने के लिए आपके इसके दो प्रमुख हिस्सों के बारे में जानना होगा। पहला फाइनल एक्शन डेट है, जिसके जरिए आपको आपकी 'प्राइऑरिटी डेट' (यानी वो तारीख जब आपने पहली बार आवेदन किया था) के आधार पर ग्रीन कार्ड मिलने की जानकारी मिलेगी। जैसे अगर आपकी 'प्राइऑरिटी डेट' वीजा बुलेटिन चार्ट में दी गई तारीख से पहले की है, तो आपका ग्रीन कार्ड मिलने के लिए तैयार है। ग्रीन कार्ड पाने का आखिरी फेज ही 'प्राइऑरिटी डेट' होती है।
इसी तरह से दूसरा हिस्सा डेट्स फॉर फाइलिंग होता है, जो बताता है कि कोई वर्कर अपना ग्रीन कार्ड आवेदन कब जमा कर सकता है। इसके जरिए आप अपनी कागजी कार्रवाई समय से पहले शुरू कर पाते हैं। भले ही आपको तुरंत ग्रीन कार्ड नहीं मिलना हो। ये उन लोगों के लिए होता है, जिन्हें अभी ग्रीन कार्ड की वेटिंग लिस्ट में शामिल किया गया है।
कब तक मिलेगा ग्रीन कार्ड?
वीजा बुलेटिन के मुताबिक, EB-1 कैटेगरी के लिए फाइनल एक्शन डेट 15 फरवरी 2022 है, जिसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। डेट्स फॉर फाइलिंग भी 15 अप्रैल 2023 ही बनी हुई है। EB-1 कैटेगरी में वो वर्कर्स आते हैं, जिनके पास अपनी फील्ड में असाधारण क्षमता है। प्रोफेसर्स, रिसर्चर्स और मल्टीनेशनल कंपनियों के एग्जिक्यूटिव और मैनेजर्स भी इसी कैटेगरी का हिस्सा हैं।
EB-2 कैटेगरी के लिए फाइनल एक्शन डेट 1 अप्रैल 2013 है। इसमें भी कोई बदलाव नहीं देखा गया है। इसी तरह से डेट्स फॉर फाइलिंग भी 1 दिसंबर 2013 ही बनी हुई है। जिन लोगों के पास अडवांस डिग्री है या फिर वे अपनी फील्ड में महारत रखते हैं, उन्हें EB-2 कैटेगरी का हिस्सा माना जाता है। EB-3 कैटेगरी में स्किल वर्कर्स और प्रोफेशनल्स आते हैं, ज्यादातर H-1B वीजा वर्कर इसी कैटेगरी का हिस्सा हैं। EB-3 कैटेगरी के लिए फाइनल एक्शन डेट 22 अगस्त 2013 है, जबकि डेट्स फॉर फाइलिंग 15 अगस्त 2014 है। इसमें भी कोई बदलाव नहीं देखा गया है।
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