मुंबई: महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए आयोग ने कार्यक्रम जारी कर दिया है लेकिन राज्य में कौन किसके साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा। इस पर संशय बना हुआ है। इस बीच शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी की नेता सुप्रिया सुले ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि उनकी कोशिश होगी एमवीए एकजुट रहे। हम गठबंधन में एक साथ चुनाव लड़ें। गौरतलब है कि अभी तक महायुति और महाविकास आघाड़ी में मुकाबला बराबरी का रहा है। लोकसभा चुनावों में एमवीए और विधानसभा में महायुति भारी पड़ा था। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की नजदीकी से कांग्रेस असहज है। कांग्रेस राज ठाकरे को एमवीए में नहीं लेना चाहिए। उस डर है कि राज ठाकरे की उत्तर भारतीय विराेधी छवि नुकसान पहुंचा सकती है।
तीन दिसंबर को आएंगे नतीजे
राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बीजेपी के अगुवाई वाले महायुति और कांग्रेस की अगुवाई वाले महाविकास आघाड़ी यानी एमवीए के बीच चुनाव दंगल हुआ था। स्थानीय निकाय चुनावों में मुख्य तौर पर कुछ छह पार्टियां है लेकिन इन चुनावों में राज्य के छोटे दल भी ताल ठाेंकने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में स्थानीय निकाय चुनावों में स्थानीय स्तर पर बगावत होने की पूरी आशंका है। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए 2 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे।
सुले ने बताया कब साफ होगी तस्वीर?
सुप्रिया सुले ने वोट चोरी के मुद्दे पर राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवालों पर चुनाव आयोग को घेरा। सुले ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने खुलासा किया है कि हरियाणा में एक युवती ने 22 बार वोट दिया। हालांकि, चुनाव आयोग इस पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। दोहरे मतदान के सबूत पेश करने के बाद भी, चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं करता है। बिना जाँच के क्लीन चिट दे दी जाती है। इसका मतलब है कि चुनाव आयोग इस सबका समर्थन कर रहा है। इसकेबाद सुले ने कहा कि हमारा पहला प्रस्ताव और हमारी इच्छा है। हमें महाविकास अघाड़ी के रूप में लड़ना चाहिए। जहां तक संभव होगा, हम महाविकास अघाड़ी के रूप में लड़ेंगे और इसे प्राथमिकता देंगे। इसके बाद हम देखेंगे कि स्थानीय नेताओं से क्या प्रतिक्रिया मिलती है। अगले आठ दिनों में योजना बनाकर तस्वीर साफ हो जाएगी।
'ऑपरेशन सिंदूर' की तरह साथ आएं...
सुले ने कहा कि महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, महाराष्ट्र भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है। यह केंद्र सरकार के आंकड़े हैं। महाराष्ट्र में अपराध बढ़े हैं। सुले ने कहा कि जिस तरह हम सब देश के हित में ऑपरेशन सिंदूर के लिए एक साथ आए थे, उसी तरह महाराष्ट्र को अब हमारी ज़रूरत है। महाराष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक स्थिति के लिए एक विशेष सत्र बुलाएं। आइए चर्चा करें। महाराष्ट्र के हित के लिए ऐसा होना चाहिए। शरद पवार को ही महाविकास आघाड़ी का आर्किटेक्ट माना जाता है। 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद उद्धव ठाकरे को सीएम बनाने में उनकी ही रणनीति थी।
तीन दिसंबर को आएंगे नतीजे
राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बीजेपी के अगुवाई वाले महायुति और कांग्रेस की अगुवाई वाले महाविकास आघाड़ी यानी एमवीए के बीच चुनाव दंगल हुआ था। स्थानीय निकाय चुनावों में मुख्य तौर पर कुछ छह पार्टियां है लेकिन इन चुनावों में राज्य के छोटे दल भी ताल ठाेंकने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में स्थानीय निकाय चुनावों में स्थानीय स्तर पर बगावत होने की पूरी आशंका है। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए 2 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। तीन दिसंबर को नतीजे आएंगे।
सुले ने बताया कब साफ होगी तस्वीर?
सुप्रिया सुले ने वोट चोरी के मुद्दे पर राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवालों पर चुनाव आयोग को घेरा। सुले ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने खुलासा किया है कि हरियाणा में एक युवती ने 22 बार वोट दिया। हालांकि, चुनाव आयोग इस पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। दोहरे मतदान के सबूत पेश करने के बाद भी, चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं करता है। बिना जाँच के क्लीन चिट दे दी जाती है। इसका मतलब है कि चुनाव आयोग इस सबका समर्थन कर रहा है। इसकेबाद सुले ने कहा कि हमारा पहला प्रस्ताव और हमारी इच्छा है। हमें महाविकास अघाड़ी के रूप में लड़ना चाहिए। जहां तक संभव होगा, हम महाविकास अघाड़ी के रूप में लड़ेंगे और इसे प्राथमिकता देंगे। इसके बाद हम देखेंगे कि स्थानीय नेताओं से क्या प्रतिक्रिया मिलती है। अगले आठ दिनों में योजना बनाकर तस्वीर साफ हो जाएगी।
'ऑपरेशन सिंदूर' की तरह साथ आएं...
सुले ने कहा कि महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, महाराष्ट्र भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है। यह केंद्र सरकार के आंकड़े हैं। महाराष्ट्र में अपराध बढ़े हैं। सुले ने कहा कि जिस तरह हम सब देश के हित में ऑपरेशन सिंदूर के लिए एक साथ आए थे, उसी तरह महाराष्ट्र को अब हमारी ज़रूरत है। महाराष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक स्थिति के लिए एक विशेष सत्र बुलाएं। आइए चर्चा करें। महाराष्ट्र के हित के लिए ऐसा होना चाहिए। शरद पवार को ही महाविकास आघाड़ी का आर्किटेक्ट माना जाता है। 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद उद्धव ठाकरे को सीएम बनाने में उनकी ही रणनीति थी।
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