फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। बुधवार की सुबह मिट्टी का टीला ढहने से बहू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सास को नाजुक हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले में विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक मृतका का पति मुंबई में मजदूरी करता है। सास-बहू टीले से मिट्टी खोदने गई थी, ताकि घर की पुताई कर सके।
जानकारी के अनुसार, ललौली थाना क्षेत्र के कोंडार मजरा लोहार गढ़वा गांव निवासी भगवान दीन निषाद दिव्यांग हैं। इनकी माली हालत बेहद खराब है। बेटा दिलीप निषाद मुंबई में रहकर मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता है। गांव में भगवान दीन की पत्नी ननकीवा (50) और 25 वर्षीय बहू रामप्यारी उर्फ भुल्लन पत्नी दिलीप रहती थी। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 6 बजे सास-बहू गांव में ही स्थित टीले से कच्चे घर की पुताई के लिए मिट्टी खोद रही थीं। इस दौरान अचानक टीला भर भराकर गिरा और दोनों मलबे में दब गई।
बाहर निकालते ही थमी सांसटीला के ढहने के धमाके की आवाज सुनकर आसपास मौजूद लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। इस पर आनन-फानन पहुंचे ग्रामीणों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को मलवे से बाहर निकाला। इससे पहले ही रामप्यारी की मौत हो चुकी थी। वही सास ननकीवा गंभीर रूप से घायल थी।
मौके पर पहुंची पुलिसघटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल महिला को जिला अस्पताल भेजने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई शुरू की। थानाध्यक्ष शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि मिट्टी खोदते समय टीला ढहने से हुए हादसे में एक महिला की मौत हुई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार, ललौली थाना क्षेत्र के कोंडार मजरा लोहार गढ़वा गांव निवासी भगवान दीन निषाद दिव्यांग हैं। इनकी माली हालत बेहद खराब है। बेटा दिलीप निषाद मुंबई में रहकर मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता है। गांव में भगवान दीन की पत्नी ननकीवा (50) और 25 वर्षीय बहू रामप्यारी उर्फ भुल्लन पत्नी दिलीप रहती थी। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 6 बजे सास-बहू गांव में ही स्थित टीले से कच्चे घर की पुताई के लिए मिट्टी खोद रही थीं। इस दौरान अचानक टीला भर भराकर गिरा और दोनों मलबे में दब गई।
बाहर निकालते ही थमी सांसटीला के ढहने के धमाके की आवाज सुनकर आसपास मौजूद लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। इस पर आनन-फानन पहुंचे ग्रामीणों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को मलवे से बाहर निकाला। इससे पहले ही रामप्यारी की मौत हो चुकी थी। वही सास ननकीवा गंभीर रूप से घायल थी।
मौके पर पहुंची पुलिसघटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल महिला को जिला अस्पताल भेजने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई शुरू की। थानाध्यक्ष शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि मिट्टी खोदते समय टीला ढहने से हुए हादसे में एक महिला की मौत हुई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
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