क्राइम-1 नई दिल्लीः ईस्ट दिल्ली के मयूर विहार इलाके में रहने वाले एक बुजुर्ग दंपति से ठगी की हैरान कर देने वाली वारदात हुई है। क्योंकि उन्होंने किसी के साथ भी किसी तरह का कोई ओटीपी या अन्य कोई जानकारी साझा नहीं की थी। इसके बावजूद उनके एक ही बैंक के तीन खातों से दस लाख रुपये से ज्यादा निकाल लिए। फिलहाल बुजुर्ग महिला के बयान पर ईस्ट दिल्ली की साइबर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। मामले की छानबीन जारी है।
ओटीपी शेयर नहीं की फिर भी हुई ठगीपुलिस सूत्र ने बताया कि 70 वर्षीय पीड़ित बुजुर्ग महिला मयूर विहार फेज-1 में रहती हैं। वह रिटायर्ड टीचर हैं। बीती 16 अक्टूबर की शाम वह घर आराम कर रही थीं। उसी दौरान अचान उनके बैंक अकाउंट से रुपये कटने के मैसेज आने लगे। कुछ ही देर में अकाउंट से 8 लाख 95 हजार 985 रुपये कट गए। उन्होंने तुरंत बैंक में कॉल कर शिकायत दर्ज करवाई। बैंक की ओर से कार्रवाई का आश्वासन दिया गया, साथ ही उन्होंने साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करवाने के लिए कहा। जिसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल करके शिकायत दर्ज करवा दी। उसी दिन महिला के पति के अकाउंट से भी रकम निकाली गई। उनके एक अकाउंट से 1 लाख 25 हजार 422 रुपये और दूसरे अकाउंट से 49 हजार 157 रुपये निकाले गए। उनके पति ने भी साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करवाई।
बैंक पर लगाए हैं कई आरोपदंपति के जिन तीनों अकाउंट से रकम निकली है, वो सभी एक ही बैंक में हैं। पीड़ित महिला का आरोप है कि उन्होंने कई बार बैंक अधिकारियों से संपर्क किया और उनसे हमारे रुपये वापस दिलाने में मदद करने का अनुरोध किया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दंपति का दावा है कि उन्होंने किसी के साथ कोई ओटीपी या अन्य बैंकिंग जानकारी साझा नहीं की है। इसलिए उन्हें शक है कि बैंक के किसी कर्मचारी ने हमारा डेटा जालसाजों को दिया, जिससे वह ठगी करने में कामयाब हुए। फिलहाल मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं। हर एंगल से छानबीन करने का दावा किया जा रहा है।
क्राइम-2 मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी, 450 डॉलर की मासिक सैलरी दिलवाने का किया था दावा
नई दिल्लीः मॉडल टाउन इलाके में अपने मामा के पास रहने वाले युवक से 1.60 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। आरोप है कि जालसाज ने मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर वारदात को अंजाम दिया। नॉर्थ-वेस्ट जिले की साइबर पुलिस ने युवक के मामा की शिकायत पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पीड़ित ने पुलिस में की शिकायतपुलिस सूत्र ने बताया कि पीड़ित के मामा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 19 मार्च 2025 को एक वाट्सऐप ग्रुप में मर्चेंट नेवी में अर्जेंट वैकेंसी होने का मैसेज देखा। उस पर दिए नंबर पर भांजे ने बात की तो किसी राकेश कुमार ने फोन उठाया। उसने खुद को नेवी का अधिकारी बताया। साथ ही भांजे को नेवी में 450 डॉलर मासिक सैलरी पर नौकरी दिलवाने की पेशकश की। दावा किया कि उसकी पोस्टिंग सऊदी के एक जहाज पर होगी। इसके बाद आरोपी ने नेवी में जॉइनिंग के फर्जी डॉक्यूमेंट भेजकर पीड़ित से 1.60 लाख रुपये मांगे। पीड़ित ने आरोपी के अकाउंट में रकम ट्रांसफर कर दी। लेकिन इसके बाद वह टाल मटोल करता रहा और बाद में फोन उठाने ही बंद कर दिए, जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की।
ओटीपी शेयर नहीं की फिर भी हुई ठगीपुलिस सूत्र ने बताया कि 70 वर्षीय पीड़ित बुजुर्ग महिला मयूर विहार फेज-1 में रहती हैं। वह रिटायर्ड टीचर हैं। बीती 16 अक्टूबर की शाम वह घर आराम कर रही थीं। उसी दौरान अचान उनके बैंक अकाउंट से रुपये कटने के मैसेज आने लगे। कुछ ही देर में अकाउंट से 8 लाख 95 हजार 985 रुपये कट गए। उन्होंने तुरंत बैंक में कॉल कर शिकायत दर्ज करवाई। बैंक की ओर से कार्रवाई का आश्वासन दिया गया, साथ ही उन्होंने साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करवाने के लिए कहा। जिसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल करके शिकायत दर्ज करवा दी। उसी दिन महिला के पति के अकाउंट से भी रकम निकाली गई। उनके एक अकाउंट से 1 लाख 25 हजार 422 रुपये और दूसरे अकाउंट से 49 हजार 157 रुपये निकाले गए। उनके पति ने भी साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करवाई।
बैंक पर लगाए हैं कई आरोपदंपति के जिन तीनों अकाउंट से रकम निकली है, वो सभी एक ही बैंक में हैं। पीड़ित महिला का आरोप है कि उन्होंने कई बार बैंक अधिकारियों से संपर्क किया और उनसे हमारे रुपये वापस दिलाने में मदद करने का अनुरोध किया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दंपति का दावा है कि उन्होंने किसी के साथ कोई ओटीपी या अन्य बैंकिंग जानकारी साझा नहीं की है। इसलिए उन्हें शक है कि बैंक के किसी कर्मचारी ने हमारा डेटा जालसाजों को दिया, जिससे वह ठगी करने में कामयाब हुए। फिलहाल मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं। हर एंगल से छानबीन करने का दावा किया जा रहा है।
क्राइम-2 मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी, 450 डॉलर की मासिक सैलरी दिलवाने का किया था दावा
नई दिल्लीः मॉडल टाउन इलाके में अपने मामा के पास रहने वाले युवक से 1.60 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। आरोप है कि जालसाज ने मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर वारदात को अंजाम दिया। नॉर्थ-वेस्ट जिले की साइबर पुलिस ने युवक के मामा की शिकायत पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पीड़ित ने पुलिस में की शिकायतपुलिस सूत्र ने बताया कि पीड़ित के मामा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 19 मार्च 2025 को एक वाट्सऐप ग्रुप में मर्चेंट नेवी में अर्जेंट वैकेंसी होने का मैसेज देखा। उस पर दिए नंबर पर भांजे ने बात की तो किसी राकेश कुमार ने फोन उठाया। उसने खुद को नेवी का अधिकारी बताया। साथ ही भांजे को नेवी में 450 डॉलर मासिक सैलरी पर नौकरी दिलवाने की पेशकश की। दावा किया कि उसकी पोस्टिंग सऊदी के एक जहाज पर होगी। इसके बाद आरोपी ने नेवी में जॉइनिंग के फर्जी डॉक्यूमेंट भेजकर पीड़ित से 1.60 लाख रुपये मांगे। पीड़ित ने आरोपी के अकाउंट में रकम ट्रांसफर कर दी। लेकिन इसके बाद वह टाल मटोल करता रहा और बाद में फोन उठाने ही बंद कर दिए, जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की।
You may also like

प्रोपर्टीˈ खरीदने वाले जरूर चेक कर लें ये डॉक्यूमेंट नहीं तो गंवा बैठेंगे जीवनभर की पूंजी﹒

40-50ˈ की उम्र पार कर चुके बॉलीवुड के ये दस कुंवारे स्टार्स हैं हैप्पिली सिंगल कुछ ने प्यार करने के बाद भी नहीं बसाया घर﹒

सिर्फˈ 6 घंटो में शरीर में भरी पड़ी गंदगी का कीजिये सुपड़ा-साफ़, सोने से पहले सिर्फ 1 गिलास, जरूर अपनाएँ और शेयर करे﹒

(अपडेट) मप्र ने देश में पहली बार पीपीपी मोड पर की चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना की पहल

राज्य सरकार जीवों के संरक्षण के लिए है संकल्पबद्ध : मुख्यमंत्री डॉ. यादव




