बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गुरुवार दोपहर 1 बजे तक राज्यभर में औसतन 42.31% वोटिंग हुई। इस चरण में कुल 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग चल रही है। शुरुआती ट्रेंड में यह साफ दिख रहा है कि कई जिलों में मतदाताओं ने उत्साह दिखाया, जबकि कुछ शहरी इलाकों में वोटिंग अब तक धीमी रही है। चुनाव आयोग के Voter Turnout App के मुताबिक, गोपालगंज जिले में 46.73% और लखीसराय में 46.37% मतदान हुआ है, जो 18 जिलों में सर्वाधिक है। इन जिलों में ग्रामीण इलाकों में सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। वहीं बेगूसराय (46.02%) और मुजफ्फरपुर (45.41%) भी ज्यादा मतदान वाले जिलों में शामिल हैं।
कम मतदान वाले जिले
राजधानी पटना एक बार फिर कम मतदान के मामले में नीचे रहा, जहां 1 बजे तक सिर्फ 37.72% वोटिंग दर्ज हुई। शहरी मतदाताओं की उदासीनता और कामकाजी वर्ग की धीमी भागीदारी प्रमुख कारण हो सकते हैं। इसी तरह दरभंगा (39.35%) और नालंदा (41.87%) में भी मतदान औसत से कम रहा।
अन्य जिलों का हाल
बक्सर में 41.10%, भोजपुर में 41.15%, समस्तीपुर में 43.03%, सारण में 43.06%, सीवान में 41.20% और सहरसा में 44.20% मतदान हुआ। चुनाव आयोग का कहना है कि दोपहर बाद मतदान की गति बढ़ने की संभावना है क्योंकि लोग धूप कम होने के बाद घरों से निकल रहे हैं।
महिलाओं की अच्छी भागीदारीकई ग्रामीण केंद्रों से रिपोर्ट मिली है कि महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक रही। महिला मतदाताओं ने सुबह से ही बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों का रुख किया। चुनाव अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के कारण मतदान शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से चल रहा है।
अगले चरण की तैयारी
पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद चुनाव आयोग दूसरे चरण के लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोपहर बाद मतदान दर में बढ़ोतरी हुई तो कुल टर्नआउट 55% के करीब पहुंच सकता है। कुल मिलाकर, पहले चरण में बिहार के मतदाताओं ने लोकतंत्र के पर्व में उत्साह दिखाया है,खासकर छोटे शहरों और गांवों में। अब सबकी नजर इस पर रहेगी कि शाम तक राज्य का कुल मतदान प्रतिशत कहां पहुंचता है।
कम मतदान वाले जिले
राजधानी पटना एक बार फिर कम मतदान के मामले में नीचे रहा, जहां 1 बजे तक सिर्फ 37.72% वोटिंग दर्ज हुई। शहरी मतदाताओं की उदासीनता और कामकाजी वर्ग की धीमी भागीदारी प्रमुख कारण हो सकते हैं। इसी तरह दरभंगा (39.35%) और नालंदा (41.87%) में भी मतदान औसत से कम रहा।
अन्य जिलों का हाल
बक्सर में 41.10%, भोजपुर में 41.15%, समस्तीपुर में 43.03%, सारण में 43.06%, सीवान में 41.20% और सहरसा में 44.20% मतदान हुआ। चुनाव आयोग का कहना है कि दोपहर बाद मतदान की गति बढ़ने की संभावना है क्योंकि लोग धूप कम होने के बाद घरों से निकल रहे हैं।
महिलाओं की अच्छी भागीदारीकई ग्रामीण केंद्रों से रिपोर्ट मिली है कि महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक रही। महिला मतदाताओं ने सुबह से ही बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों का रुख किया। चुनाव अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के कारण मतदान शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से चल रहा है।
अगले चरण की तैयारी
पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद चुनाव आयोग दूसरे चरण के लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोपहर बाद मतदान दर में बढ़ोतरी हुई तो कुल टर्नआउट 55% के करीब पहुंच सकता है। कुल मिलाकर, पहले चरण में बिहार के मतदाताओं ने लोकतंत्र के पर्व में उत्साह दिखाया है,खासकर छोटे शहरों और गांवों में। अब सबकी नजर इस पर रहेगी कि शाम तक राज्य का कुल मतदान प्रतिशत कहां पहुंचता है।
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