बेंगलुरु : कर्नाटक सरकार ने नागरहोल और बांदीपुर वाइल्ड लाइफ रिजर्व में टाइगर सफारी को तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। वन मंत्री ईश्वर खंड्रे के मुताबिक कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा पर स्थित इस घने जंगल में बाघों के लगातार हो रहे हमलों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में बाघ के हमले में तीन लोगों की मौत हुई है। किसानों ने मानव-वन्यजीव संघर्ष के लिए सफारी में वाहनों के शोरगुल को जिम्मेदार ठहराया था। मंत्री ने बताया कि अगले आदेश तक सफारी के साथ प्रभावित इलाकों में ट्रैकिंग पर पर भी रोक लगा दी गई है।
जंगल सफारी में गाड़ियों की भीड़ से प्रॉब्लम
अगर आप कर्नाटक टूर के दौरान नागरहोल और बांदीपुर वाइल्ड लाइफ रिजर्व घूमने का मन बना रहे हैं तो प्लान बदल लीजिए। बाघों के लगातार हमलों के कारण इन दोनों टाइगर रिजर्व में टाइगर सफारी और ट्रैकिंग बंद कर दी गई है। शुक्रवार को चामराजनगर जिले के सरगूर तालुक के मोलेयूर क्षेत्र में स्थित हाले हेग्गोडिलू गांव के पास बाघ के हमले में 35 वर्षीय ग्रामीण चौडैया नायक की मौत हो गई थी। इससे पहले भी जंगलों के किनारे मैसूर और चामराजनगर जिलों में दो लोग इस खतरनाक शिकारी के हमले में मारे गए थे। मौत के बाद किसानों ने जंगल सफारी को हमलों के लिए जिम्मेदार बताया था। किसानों का गुस्सा देख फॉरेस्ट अधिकारियों ने उनके साथ मीटिंग की, जिसमें हमलावर बाघ को पकड़ने का फैसला किया गया।
बाघों को पकड़ने के लिए कैंप करेंगे अफसर
वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने बताया कि बांदीपुर और नागरहोल सफारी में तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बाघों को पकड़ने के अभियान में लगाया जाएगा। उन्होंने वन्यजीव विभाग के चीफ फॉरेस्ट कॉन्जर्वेटर और टाइगर प्रोजेक्ट डायरेक्टरों को मौके पर कैंप करने के निर्देश दिए है। किसानों का कहना है कि सफारी के कारण होने वाले शोर और लोगों की आवाजाही से वन्यजीव परेशान हो रहे हैं और जंगल से बाहर निकल रहे हैं। इन चिंताओं को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्णय तब तक लागू रहेगा जब तक कि स्थिति सामान्य न हो जाए और आगे के आदेश न दिए जाएं।
जंगल सफारी में गाड़ियों की भीड़ से प्रॉब्लम
अगर आप कर्नाटक टूर के दौरान नागरहोल और बांदीपुर वाइल्ड लाइफ रिजर्व घूमने का मन बना रहे हैं तो प्लान बदल लीजिए। बाघों के लगातार हमलों के कारण इन दोनों टाइगर रिजर्व में टाइगर सफारी और ट्रैकिंग बंद कर दी गई है। शुक्रवार को चामराजनगर जिले के सरगूर तालुक के मोलेयूर क्षेत्र में स्थित हाले हेग्गोडिलू गांव के पास बाघ के हमले में 35 वर्षीय ग्रामीण चौडैया नायक की मौत हो गई थी। इससे पहले भी जंगलों के किनारे मैसूर और चामराजनगर जिलों में दो लोग इस खतरनाक शिकारी के हमले में मारे गए थे। मौत के बाद किसानों ने जंगल सफारी को हमलों के लिए जिम्मेदार बताया था। किसानों का गुस्सा देख फॉरेस्ट अधिकारियों ने उनके साथ मीटिंग की, जिसमें हमलावर बाघ को पकड़ने का फैसला किया गया।
बाघों को पकड़ने के लिए कैंप करेंगे अफसर
वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने बताया कि बांदीपुर और नागरहोल सफारी में तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बाघों को पकड़ने के अभियान में लगाया जाएगा। उन्होंने वन्यजीव विभाग के चीफ फॉरेस्ट कॉन्जर्वेटर और टाइगर प्रोजेक्ट डायरेक्टरों को मौके पर कैंप करने के निर्देश दिए है। किसानों का कहना है कि सफारी के कारण होने वाले शोर और लोगों की आवाजाही से वन्यजीव परेशान हो रहे हैं और जंगल से बाहर निकल रहे हैं। इन चिंताओं को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्णय तब तक लागू रहेगा जब तक कि स्थिति सामान्य न हो जाए और आगे के आदेश न दिए जाएं।
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