नई दिल्ली: पिछले हफ्ते भारत की सबसे मूल्यवान कंपनियों के मार्केट कैप में बड़ी गिरावट आई। आईटी सेक्टर की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को इसमें सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। टीसीएस का बाजार मूल्य 97,597 करोड़ रुपये कम हो गया। कुल मिलाकर देश की टॉप 10 कंपनियों का बाजार मूल्य 2,99,661.36 करोड़ रुपये घट गया। इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा H-1B वीजा फीस में बढ़ोतरी को माना जा रहा है।
मार्केट में गिरावट के बीच मंदीयह बड़ी गिरावट शेयर बाजार में मंदी के माहौल के बीच आई है। ट्रंप ने H-1B वर्कर वीजा की फीस बढ़ा दी है। साथ ही, उन्होंने दवाइयों के आयात पर भी शुल्क 100 फीसदी बढ़ा दिया है। इन फैसलों से कंपनियों के बाजार मूल्य पर बुरा असर पड़ा है। पिछले हफ्ते बीएसई का मुख्य सूचकांक 2,199.77 अंक या 2.66 प्रतिशत गिर गया। यह बाजार के लिए एक बड़ा झटका था।
टीसीएस को सबसे ज्यादा नुकसानअमेरिका में IT सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक टीसीएस को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। ऑनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ टेक फर्म एनरिच मनी (Enrich Money) के सीईओ पोनमुडी आर ने पीटीआई को बताया कि H-1B वीजा फीस में 1,00,000 डॉलर की बढ़ोतरी से टेक्नोलॉजी शेयरों में भारी बिकवाली हुई।
पोनमुडी आर ने कहा कि इन मुश्किलों के अलावा अमेरिका में ब्रांडेड और पेटेंट वाली दवाइयों के आयात पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने से भी बाजार का माहौल खराब हुआ। इसका असर कई सेक्टरों पर पड़ा और बाजार के भरोसे पर भारी दबाव आया।
रिपोर्ट के अनुसार, टीसीएस का बाजार मूल्य 97,597.91 करोड़ रुपये कम होकर 10,49,281.56 करोड़ रुपये रह गया। टॉप-10 कंपनियों में यह सबसे बड़ी गिरावट थी। टीसीएस को H-1B वीजा फीस बढ़ने का सबसे ज्यादा असर महसूस हुआ। कंपनी के शेयरधारकों को इससे काफी नुकसान उठाना पड़ा।
दबाव में आईटी शेयरपिछले पांच दिनों से भारतीय आईटी कंपनियों के शेयर दबाव में हैं। यह ट्रंप प्रशासन द्वारा लाए गए नए H-1B वीजा नियमों के कारण हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन नियमों से कंपनियों पर थोड़े समय के लिए लागत का दबाव बढ़ेगा। लेकिन जिन कंपनियों के पास अलग-अलग तरह के डिलीवरी मॉडल हैं और मजबूत ऑफशोर ऑपरेशन हैं, वे इस असर को बिना किसी बड़ी परेशानी के झेल लेंगी। उन्हें उम्मीद है कि कंपनियां इस चुनौती का सामना कर पाएंगी।
किस कंपनी को कितना नुकसान
रिलायंस अभी भी टॉप परमुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) अभी भी भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है। इसके बाद HDFC बैंक का नंबर आता है। फिर भारतीय एयरटेल, टीसीएस, ICICI बैंक, स्टेट बैंक (SBI), बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) जैसी कंपनियां हैं। ये सभी भारत की सबसे बड़ी और मूल्यवान कंपनियां हैं।
मार्केट में गिरावट के बीच मंदीयह बड़ी गिरावट शेयर बाजार में मंदी के माहौल के बीच आई है। ट्रंप ने H-1B वर्कर वीजा की फीस बढ़ा दी है। साथ ही, उन्होंने दवाइयों के आयात पर भी शुल्क 100 फीसदी बढ़ा दिया है। इन फैसलों से कंपनियों के बाजार मूल्य पर बुरा असर पड़ा है। पिछले हफ्ते बीएसई का मुख्य सूचकांक 2,199.77 अंक या 2.66 प्रतिशत गिर गया। यह बाजार के लिए एक बड़ा झटका था।
टीसीएस को सबसे ज्यादा नुकसानअमेरिका में IT सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक टीसीएस को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। ऑनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ टेक फर्म एनरिच मनी (Enrich Money) के सीईओ पोनमुडी आर ने पीटीआई को बताया कि H-1B वीजा फीस में 1,00,000 डॉलर की बढ़ोतरी से टेक्नोलॉजी शेयरों में भारी बिकवाली हुई।
पोनमुडी आर ने कहा कि इन मुश्किलों के अलावा अमेरिका में ब्रांडेड और पेटेंट वाली दवाइयों के आयात पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने से भी बाजार का माहौल खराब हुआ। इसका असर कई सेक्टरों पर पड़ा और बाजार के भरोसे पर भारी दबाव आया।
रिपोर्ट के अनुसार, टीसीएस का बाजार मूल्य 97,597.91 करोड़ रुपये कम होकर 10,49,281.56 करोड़ रुपये रह गया। टॉप-10 कंपनियों में यह सबसे बड़ी गिरावट थी। टीसीएस को H-1B वीजा फीस बढ़ने का सबसे ज्यादा असर महसूस हुआ। कंपनी के शेयरधारकों को इससे काफी नुकसान उठाना पड़ा।
दबाव में आईटी शेयरपिछले पांच दिनों से भारतीय आईटी कंपनियों के शेयर दबाव में हैं। यह ट्रंप प्रशासन द्वारा लाए गए नए H-1B वीजा नियमों के कारण हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन नियमों से कंपनियों पर थोड़े समय के लिए लागत का दबाव बढ़ेगा। लेकिन जिन कंपनियों के पास अलग-अलग तरह के डिलीवरी मॉडल हैं और मजबूत ऑफशोर ऑपरेशन हैं, वे इस असर को बिना किसी बड़ी परेशानी के झेल लेंगी। उन्हें उम्मीद है कि कंपनियां इस चुनौती का सामना कर पाएंगी।
किस कंपनी को कितना नुकसान
- TCS का बाजार मूल्य ₹97,597.91 करोड़ कम होकर ₹10,49,281.56 करोड़ हो गया। यह टॉप-10 कंपनियों में सबसे ज्यादा गिरावट थी।
- RIL का मूल्य ₹40,462.09 करोड़ घटकर ₹18,64,436.42 करोड़ रह गया।
- बड़ी IT कंपनी Infosys का बाजार मूल्य भी ₹38,095.78 करोड़ कम हुआ। अब यह ₹6,01,805.25 करोड़ है।
- HDFC Bank का मार्केट कैप ₹33,032.97 करोड़ गिरकर ₹14,51,783.29 करोड़ हो गया।
- ICICI Bank का मूल्य ₹29,646.78 करोड़ कम होकर ₹9,72,007.68 करोड़ पर आ गया।
- Airtel का मूल्य ₹26,030.11 करोड़ घटकर ₹10,92,922.53 करोड़ रह गया।
- LIC का मूल्य ₹13,693.62 करोड़ कम होकर ₹5,51,919.30 करोड़ हो गया।
- HUL का मूल्य ₹11,278.04 करोड़ गिरकर ₹5,89,947.12 करोड़ रह गया।
- Bajaj Finance का मूल्य ₹4,977.99 करोड़ कम होकर ₹6,12,914.73 करोड़ हो गया।
- SBI का मार्केट कैप ₹4,846.07 करोड़ घटकर ₹7,91,063.93 करोड़ रह गया।
रिलायंस अभी भी टॉप परमुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) अभी भी भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है। इसके बाद HDFC बैंक का नंबर आता है। फिर भारतीय एयरटेल, टीसीएस, ICICI बैंक, स्टेट बैंक (SBI), बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) जैसी कंपनियां हैं। ये सभी भारत की सबसे बड़ी और मूल्यवान कंपनियां हैं।
You may also like
शानदार फॉर्म में टीम इंडिया, एकतरफा होगा फाइनल मुकाबला : कोच महेंद्र सिंह चौहान
वाराणसी में चला बुलडोजर, हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद के घर समेत 13 मकान गिराए
युजवेंद्र चहल के कोच का बयान, एशिया कप फाइनल में अभिषेक शर्मा पर होंगी निगाहें
विदेशी शह पर देश में हो रहे सांप्रदायिक दंगे : भाजपा विधायक सुशील शाक्य
सचिन तेंदुलकर और अजय देवगन ने आईएसपीएल के तीसरे सीजन की घोषणा की