नई दिल्ली : दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े एक फर्जी व्हाट्सऐप मैसेज के जरिए 2 लाख रुपये की ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एक बड़े साइबर धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली के पश्चिम जिले के साइबर पुलिस स्टेशन पुलिस ने पश्चिम बंगाल से निवास कुमार मंडल समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी 'बाबा किस्मतवाले' नाम का टेलीग्राम चैनल चला रहा था और पूरे भारत में साइबर अपराधियों को नागरिकों का डेटा उपलब्ध करा रहा था।   
   
कई राज्यों में धोखाधड़ी का दावा
यह गिरोह पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में धोखाधड़ी कर रहा था और नागरिकों के निजी और बैंकिंग डाटा की चोरी कर उसे बेच रहा था। मुख्य आरोपी की पहचान पश्चिम बंगाल के नारायणपुर निवासी निवास कुमार मंडल के रूप में हुई है। इसने बीटेक की पढ़ाई की थी। साइबर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े एक फर्जी व्हाट्सऐप संदेश के जरिए 2 लाख रुपये ठग लिए गए।
   
   
     
कैसे बनाते थे शिकार
धोखाधड़ी करने वाले अपराधियों ने एक एपीके फाइल भेजी, जिसके जरिए पीड़ित की बैंकिंग जानकारी चुराई गई और बाद में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के ड्राइवट्रैक प्लस कार्ड के माध्यम से 2 लाख रुपए की राशि निकाली गई। पुलिस ने जांच शुरू करते हुए तकनीकी विश्लेषण से यह पाया कि साइबर अपराधी झारखंड के जामताड़ा से हैक किए गए व्हाट्सएप अकाउंट का उपयोग कर रहे थे।
   
      
आप कतई न करें ऐसी गलती
गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में छापे मारे और मुख्य आरोपी निवास कुमार मंडल को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 9 मोबाइल, 47,800 रुपए कैश, एटीएम कार्ड, मैकबुक और आईपैड सहित कई चीजें बरामद की गईं। इस गिरोह में एक और शख्स शामिल था, जो पीड़ितों को विश्वास में लेकर धोखाधड़ी वाले ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए कहता था।
   
      
   
दो आरोपी अरेस्ट
पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया है। आरोपी से पूछताछ में कई खुलासे हुए है। सभी सदस्यों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूछताछ में पता किया जा रहा है कि इन लोगों ने किस-किस से कितने की धोखाधड़ी की है।
   
  
कई राज्यों में धोखाधड़ी का दावा
यह गिरोह पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में धोखाधड़ी कर रहा था और नागरिकों के निजी और बैंकिंग डाटा की चोरी कर उसे बेच रहा था। मुख्य आरोपी की पहचान पश्चिम बंगाल के नारायणपुर निवासी निवास कुमार मंडल के रूप में हुई है। इसने बीटेक की पढ़ाई की थी। साइबर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े एक फर्जी व्हाट्सऐप संदेश के जरिए 2 लाख रुपये ठग लिए गए।
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कैसे बनाते थे शिकार
धोखाधड़ी करने वाले अपराधियों ने एक एपीके फाइल भेजी, जिसके जरिए पीड़ित की बैंकिंग जानकारी चुराई गई और बाद में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के ड्राइवट्रैक प्लस कार्ड के माध्यम से 2 लाख रुपए की राशि निकाली गई। पुलिस ने जांच शुरू करते हुए तकनीकी विश्लेषण से यह पाया कि साइबर अपराधी झारखंड के जामताड़ा से हैक किए गए व्हाट्सएप अकाउंट का उपयोग कर रहे थे।
आप कतई न करें ऐसी गलती
गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में छापे मारे और मुख्य आरोपी निवास कुमार मंडल को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 9 मोबाइल, 47,800 रुपए कैश, एटीएम कार्ड, मैकबुक और आईपैड सहित कई चीजें बरामद की गईं। इस गिरोह में एक और शख्स शामिल था, जो पीड़ितों को विश्वास में लेकर धोखाधड़ी वाले ऐप्स इंस्टॉल करने के लिए कहता था।
दो आरोपी अरेस्ट
पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया है। आरोपी से पूछताछ में कई खुलासे हुए है। सभी सदस्यों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूछताछ में पता किया जा रहा है कि इन लोगों ने किस-किस से कितने की धोखाधड़ी की है।
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