गार्डनिंग करने वाले लोग अक्सर पौधे लगा लेते हैं लेकिन जब उनकी ग्रोथ नहीं होती है तो परेशान होने लग जाते हैं। मुरझाए और कमजोर पौधों को देखकर समझ नहीं आता कि क्या किया जाए। वैसे आपको बता दें, इन प्लांट्स को किसी महंगे फर्टिलाइजर की जरूरत नहीं है बल्कि इनका इलाज तो किचन के डस्टबिन में है।
जी हां, एक आसान और मुफ्त का तरीका आजमाना है तो प्याज के छिलकों से बना पानी इस्तेमाल करने की तरकीब जान लो। जिन प्याज के छिलकों को आप अक्सर फेंक देते हैं, इन्हें ही गार्डनिंग एक्सपर्ट ने प्लांट के लिए पावर बूस्टर बताया है। श्रुति की बताई तरकीब से छिलकों का पानी बनाकर इस्तेमाल कर से ढेरो फायदे मिलेंगे।
क्यों पावर बूस्टर हैं प्याज के छिलके

दरअसल जितने गुण प्याज में होते हैं उससे कई ज्यादा उसके छिलके में होते है। इनमें पौटेशियम, कैल्शियम और आयरन जैसे कई जरूरी पोषक तत्व रहते हैं जो पौधों को तेजी से बढ़ाने के लिए जरूरी होते हैं। पोटेशियम फूलों और फलों की ग्रोथ तेजी से बढ़ाता है तो कैल्शियम प्लांट्स को मजबूती देता है।
किन चीजों की होगी जरूरत
प्लांट के लिए बूस्टर बनाने के लिए आपको 4 से 6 प्याज के छिलकों को लेना है। ध्यान रहे कि सिर्फ छिलके ही लें, पल्प नहीं लेना है। इसके अलावा एक लीटर पानी और एक एयरटाइट कंटेनर की जरूरत होगी। जिससे दो दिन में प्याज के छिलकों का लिक्विड फर्टिलाइजर बनकर तैयार हो जाएगा।
कैसे बनाना है लिक्विड फर्टिलाइजर

एक एयरटाइट कंटेनर में एक लीटर पानी भर लीजिए, अब इसमें प्याज के छिलकों को डालकर अच्छी तरह मिला दें। ताकि छिलके नीचे पानी में चले जाएं ऊपर ही उतराते ना रहें। अब ढक्कन लगाने बाद इस डिब्बे को छाव में 2 दिन कर के लिए रखकर भूल जाएं। तय समय बाद आपको पानी का कलर डार्क ब्राउन या पर्पल दिखेगा।
कैसे करना है इस्तेमाल

पानी का कलर बदलना यानी की आपका लिक्विड फर्टिलाइजर बनकर तैयार हो चुका है। अब इस पानी को छानकर छिलकों को अलग कर दीजिए। इस लिक्विड में आपको 3 गुना साफ पानी मिलाकर डाइल्यूट करना है। श्रुति का कहना है इस पानी को पौधों में डाल सकेंगे, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होने से अच्छी ग्रोथ मिलेगी।
इस गलती से बचकर रहना
प्याज के छिलकों का पानी सीधे पौधों में डालने की गलती ना करें। इसे हमेशा सादे पानी मिलाकर ही इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि जरूरत से ज्यादा पोषण भी पौधों के लिए हानिकारक हो सकता है। इस फर्टिलाइजर को 15 दिन में एक बार इस्तेमाल करना सबसे अच्छा माना जाता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में किए गए दावे इंस्टाग्राम वीडियो और इंटरनेट पर मिली जानकारी पर आधारित हैं। एनबीटी इसकी सत्यता और सटीकता जिम्मेदारी नहीं लेता है।
You may also like
किश्तवाड़ में मचैल माता यात्रा रूट पर बादल फटने से भारी नुक़सान, 38 लोगों की मौत, कई घायल
मेंटल हेल्थ का बहाना मारकर ली थी छुट्टी, फिर हुआ ऐसा कि बिना कुछ किए ही बॉस ने पकड़ ली चोरी, रेडिट पोस्ट वायरल
ब्रेकअप लेटर: प्रेमी बोला- मेरी गलतियों को बड़ा भाईˈ समझकर माफ कर देना तुम जैसी चालाक लड़की..
कुत्तों पर विवादित बयान देने वाले कर्नाटक के इस राजनेता को जानिए जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का किया समर्थन
पहली बार स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होंगे खो-खो वर्ल्ड कप चैंपियंस