गाजियाबाद में साइबर ठगों का आतंक, एपीके फाइल के जरिए मोबाइल हैक कर उड़ाए ₹2.70 लाख। वॉट्सऐप ग्रुप में आई 'पीएम योजना' नाम की एपीके फाइल पर क्लिक करने से एक व्यक्ति का मोबाइल हैक हो गया और उसके बैंक खाते से ₹2 लाख 70 हजार रुपये निकाल लिए गए। बेटे ने मेसेज देखकर पिता को ठगी की जानकारी दी, जिसके बाद मसूरी के इंद्रगढ़ी निवासी वेद प्रकाश ने थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ठगी गई रकम को फ्रीज कराने और ठगों को पकड़ने के लिए टीमों की मदद ले रही है।
यह मामला सोशल मीडिया पर एपीके फाइलों के जरिए हो रही धोखाधड़ी का एक और उदाहरण है। साइबर ठग लोगों को लुभाने के लिए तरह-तरह की योजनाओं के नाम से एपीके फाइलें भेजते हैं। जब कोई व्यक्ति अनजाने में इन फाइलों पर क्लिक कर देता है, तो उसका मोबाइल हैक हो जाता है। इसके बाद ठग मोबाइल में मौजूद जानकारी का इस्तेमाल करके बैंक खातों से पैसे उड़ा लेते हैं।
वेद प्रकाश ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने किसी को भी अपना ओटीपी नहीं बताया था, फिर भी उनके खाते से पैसे निकल गए। उन्होंने बताया कि गलती से भारतीय किसान युवक जागरूक संगठन नामक वॉट्सऐप ग्रुप में आई 'पीएम योजना' नाम की एपीके फाइल पर क्लिक हो गया था। इस ग्रुप का एडमिन धर्मवीर सिंह है। फाइल पर क्लिक करने के बाद, उनकी अनुमति के बिना ही उनके मोबाइल पर कई सर्विस शुरू होने के मेसेज आने लगे। इसके बाद, उनके बैंक खाते से कई बार में कुल ₹2 लाख 70 हजार रुपये निकाल लिए गए। उनके बेटे ने जब मोबाइल पर आए मेसेज देखे, तब उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला।
एसीपी मसूरी लिपि नगायच ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ठगी गई रकम को फ्रीज कराने की कोशिश कर रही है। साथ ही, ठगों का पता लगाने के लिए भी टीमें लगी हुई हैं। यह घटना लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से सावधान रहने की चेतावनी देती है। एपीके फाइलें, जो अक्सर ऐप डाउनलोड करने के लिए इस्तेमाल होती हैं, अगर किसी अनजान स्रोत से आई हों तो उन्हें बिल्कुल भी डाउनलोड या ओपन नहीं करना चाहिए। ये फाइलें आपके मोबाइल में घुसकर आपकी निजी जानकारी चुरा सकती हैं और आपके बैंक खातों को खाली कर सकती हैं। इसलिए, किसी भी संदिग्ध लिंक या फाइल पर क्लिक करने से पहले सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
यह मामला सोशल मीडिया पर एपीके फाइलों के जरिए हो रही धोखाधड़ी का एक और उदाहरण है। साइबर ठग लोगों को लुभाने के लिए तरह-तरह की योजनाओं के नाम से एपीके फाइलें भेजते हैं। जब कोई व्यक्ति अनजाने में इन फाइलों पर क्लिक कर देता है, तो उसका मोबाइल हैक हो जाता है। इसके बाद ठग मोबाइल में मौजूद जानकारी का इस्तेमाल करके बैंक खातों से पैसे उड़ा लेते हैं।
वेद प्रकाश ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने किसी को भी अपना ओटीपी नहीं बताया था, फिर भी उनके खाते से पैसे निकल गए। उन्होंने बताया कि गलती से भारतीय किसान युवक जागरूक संगठन नामक वॉट्सऐप ग्रुप में आई 'पीएम योजना' नाम की एपीके फाइल पर क्लिक हो गया था। इस ग्रुप का एडमिन धर्मवीर सिंह है। फाइल पर क्लिक करने के बाद, उनकी अनुमति के बिना ही उनके मोबाइल पर कई सर्विस शुरू होने के मेसेज आने लगे। इसके बाद, उनके बैंक खाते से कई बार में कुल ₹2 लाख 70 हजार रुपये निकाल लिए गए। उनके बेटे ने जब मोबाइल पर आए मेसेज देखे, तब उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला।
एसीपी मसूरी लिपि नगायच ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ठगी गई रकम को फ्रीज कराने की कोशिश कर रही है। साथ ही, ठगों का पता लगाने के लिए भी टीमें लगी हुई हैं। यह घटना लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से सावधान रहने की चेतावनी देती है। एपीके फाइलें, जो अक्सर ऐप डाउनलोड करने के लिए इस्तेमाल होती हैं, अगर किसी अनजान स्रोत से आई हों तो उन्हें बिल्कुल भी डाउनलोड या ओपन नहीं करना चाहिए। ये फाइलें आपके मोबाइल में घुसकर आपकी निजी जानकारी चुरा सकती हैं और आपके बैंक खातों को खाली कर सकती हैं। इसलिए, किसी भी संदिग्ध लिंक या फाइल पर क्लिक करने से पहले सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
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