वॉशिंगटन: पाकिस्तान ने अपने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर के जिस वॉइट हाउस दौरे का ढोल पीटा था, वह एक फ्लॉप शो निकला। एक्सपर्ट का कहना है शहबाज शरीफ को राजकीय यात्रा वाला प्रोटकॉल भी नहीं मिला और ट्रंप ने उनके स्वागत के लिए एक सैन्य अधिकारी को भेज दिया। ट्रंप की हर दूसरे विश्व नेता से मुलाकात के वीडियो और तस्वीरें जारी होती हैं, लेकिन यहां पूरी तरह ब्लैक आउट रहा। यहीं नहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और शक्तिशाली सेना प्रमुख को ट्रंप से मुलाकात के लिए आधे घंटे तक इंतजार कराया गया। इस दौरान दोनों बगल के कमरे में बैठे रहे।
लंदन स्थित भू-राजनीतिक विश्लेषक ओमर वजीरी ने ट्रंप-शहबाज-मुनीर की मुलाकात का विश्लेषण करते हुए इसे फ्लॉप बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'न कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस दिखी, न वॉइट हाउस में नेताओं के चलते हुए नाटकीय दृश्य, यहां तक कि सामान्य कूटनीतिक धूमधाम भी नहीं। बस कुछ तस्वीरें थीं, जो पाकिस्तानी पक्ष ने बेमन से जारी कीं। (बातचीत के) ब्योरे पर पूरी तरह से चुप्पी।'
ट्रंप ने मुलाकात के लिए कराया इंतजार
वजीरी ने शहबाज और मुनीर के दौरे को प्रोटोकॉल से पूरी तरह अलग बताया और कहा कि 'वॉइट हाउस में हर दूसरे विश्व नेता को कैमरे, साउंडबाइट्स और तमाशा देखने को मिलता है, जबकि शहबाज और मुनीर को ब्लैकआउट मिला। इससे भी आगे, मुलाकात 30 मिनट की देरी से शुरू हुई...' वजीरी ने बताया कि मुलाकात 1 घंटा 20 मिनट तक चली। यह बस हाथ मिलाने और रूखी मुस्कान तक सीमित रही।
शरीफ को नहीं मिला प्रोटोकॉल
दक्षिण एशिया मामले के विश्लेषक माइकल कुगलमैन ने शरीफ के दौरे को राजकीय यात्रा ही नहीं माना है। कुगलमैन ने एक्स पर लिखा, कुछ लोग डीसी में शरीफ/मुनीर को भारी प्रोटोकॉल की बात कर रहे हैं। मैं इससे सहमत नहीं हूं। प्रधानमंत्री का स्वागत एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने किया था। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल को एंड्रयूज एयर फोर्स बेस से वॉइट हाउस तक की यात्रा के लिए अपेक्षित मानक काफिले का स्वागत मिला। उन्होंने आगे लिखा, प्रोटोकॉल सामान्य था। यह कोई राजकीय यात्रा नहीं थी।
लंदन स्थित भू-राजनीतिक विश्लेषक ओमर वजीरी ने ट्रंप-शहबाज-मुनीर की मुलाकात का विश्लेषण करते हुए इसे फ्लॉप बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'न कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस दिखी, न वॉइट हाउस में नेताओं के चलते हुए नाटकीय दृश्य, यहां तक कि सामान्य कूटनीतिक धूमधाम भी नहीं। बस कुछ तस्वीरें थीं, जो पाकिस्तानी पक्ष ने बेमन से जारी कीं। (बातचीत के) ब्योरे पर पूरी तरह से चुप्पी।'
ट्रंप ने मुलाकात के लिए कराया इंतजार
वजीरी ने शहबाज और मुनीर के दौरे को प्रोटोकॉल से पूरी तरह अलग बताया और कहा कि 'वॉइट हाउस में हर दूसरे विश्व नेता को कैमरे, साउंडबाइट्स और तमाशा देखने को मिलता है, जबकि शहबाज और मुनीर को ब्लैकआउट मिला। इससे भी आगे, मुलाकात 30 मिनट की देरी से शुरू हुई...' वजीरी ने बताया कि मुलाकात 1 घंटा 20 मिनट तक चली। यह बस हाथ मिलाने और रूखी मुस्कान तक सीमित रही।
शरीफ को नहीं मिला प्रोटोकॉल
दक्षिण एशिया मामले के विश्लेषक माइकल कुगलमैन ने शरीफ के दौरे को राजकीय यात्रा ही नहीं माना है। कुगलमैन ने एक्स पर लिखा, कुछ लोग डीसी में शरीफ/मुनीर को भारी प्रोटोकॉल की बात कर रहे हैं। मैं इससे सहमत नहीं हूं। प्रधानमंत्री का स्वागत एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने किया था। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल को एंड्रयूज एयर फोर्स बेस से वॉइट हाउस तक की यात्रा के लिए अपेक्षित मानक काफिले का स्वागत मिला। उन्होंने आगे लिखा, प्रोटोकॉल सामान्य था। यह कोई राजकीय यात्रा नहीं थी।
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