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मारुति सुजुकी के शेयरों में दिखी मामूली बढ़त, जानिए क्या है ब्रोकरेज की रणनीति

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मारुति सुजुकी के शेयरों में दिखी मामूली बढ़त, जानिए क्या है ब्रोकरेज की रणनीति

News India Live,Digital Desk:मारुति सुजुकी के शेयर: भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के शेयरों में 28 अप्रैल को गिरावट देखी गई। दरअसल, जनवरी-मार्च 2024 में इसका स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ साल-दर-साल 4.3 प्रतिशत गिरकर 3,711 करोड़ रुपये हो गया। उम्मीदों के चलते यह बाजार कमजोर रहा। यही कारण है कि आज इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत में शेयर में 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई। हालाँकि, जैसे-जैसे कारोबारी दिन आगे बढ़ा, शेयर हरे रंग में जाने लगे।

फिलहाल दोपहर करीब 02:17 बजे एनएसई पर मारुति सुजुकी के शेयर 134.10 रुपये यानी 1.15 फीसदी की तेजी के साथ 11,820 रुपये के आसपास कारोबार कर रहे हैं। हालांकि, चौथी तिमाही के नतीजों के बाद ब्रोकरेज फर्म इस शेयर पर तटस्थ रुख अपना रही हैं।

आपको बता दें कि मार्च तिमाही में मारुति सुजुकी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 4.30 फीसदी फिसलकर 3711.1 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, इस दौरान परिचालन राजस्व 6.38 प्रतिशत बढ़कर 40,673.8 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का मार्जिन भी 1.50 प्रतिशत घटकर 10.5 प्रतिशत रह गया। जबकि इस दौरान परिचालन लाभ 9 प्रतिशत घटकर 4264 करोड़ रुपये रह गया।

ब्रोकरेज सलाह क्या है?

नोमुरा

नोमुरा ने मारुति सुजुकी को “नेचुरल” रेटिंग दी है। नोमुरा का कहना है कि मार्जिन पर दबाव से जोखिम पैदा हो गया है और इस पर निगरानी जारी रहेगी। अन्य व्यय में वृद्धि के कारण चौथी तिमाही का मार्जिन अनुमान से कम रहा। घरेलू विकास की संभावना धीमी, निर्यात वृद्धि 20% रहने की संभावना। प्रबंधन के अनुसार वित्त वर्ष 26 में उद्योग की 1-2% वृद्धि संभव है। मारुति सुजुकी वित्त वर्ष 26 में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। यही कारण है कि नोमुरा ने इस शेयर के लिए 12,886 रुपये प्रति शेयर का लक्ष्य मूल्य दिया है।

जेपी मॉर्गन

इस बीच, जेपी मॉर्गन का कहना है कि कम छूट के बावजूद चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे। नए संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने का प्रभाव कमजोर उत्पाद मिश्रण के कारण दिखाई दे रहा है। जेपी मॉर्गन ने आगे कहा कि कमोडिटी की बढ़ती कीमतों और विज्ञापन खर्च में वृद्धि का चौथी तिमाही पर प्रभाव पड़ रहा है। नये संयंत्रों की क्षमता वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 26 कमजोर रह सकता है। वित्त वर्ष 26 में वॉल्यूम ग्रोथ में मंदी का जोखिम है। यही एकमात्र कारण है कि ब्रोकरेज फर्म ने इस स्टॉक को “न्यूट्रल” रेटिंग दी है। इसीलिए प्रति शेयर 12,800 रुपये का लक्ष्य दिया गया है।

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