आज के वाहन युग में लोग पैदल चलना पसंद नहीं करते। बहुत अधिक चलने पर कई लोगों की सांस फूलने लगती है, जबकि कुछ लोगों को चक्कर आने लगते हैं। हालांकि, कोरोना के बाद लोग स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक हो गए हैं और पैदल चलने के व्यायाम और योग करने लगे हैं। पैदल चलना अच्छा व्यायाम है, लेकिन घास पर नंगे पैर चलने के भी कई फायदे हैं।
घास पर नंगे पैर चलना एक प्राचीन और प्राकृतिक उपचार पद्धति है, जिसे अब “अर्थिंग” या “पृथ्वी चिकित्सा” के रूप में जाना जाता है। यह सरल सा दिखने वाला कार्य शरीर और मन के लिए अनेक लाभ प्रदान कर सकता है। हम आपको घास पर नंगे पैर चलने के फायदे बताते हैं। इस लेख को पढ़ने के बाद आप निश्चित रूप से अपने आसपास के बगीचों और लॉन में नंगे पैर चलना शुरू कर देंगे।
घास पर चलने के मुख्य लाभ:
दृष्टि बनाए रखने में सहायक: पैरों के तलवे में आंखों के संतुलन से जुड़े “एक्यूप्रेशर बिंदु” होते हैं। नरम घास पर चलने से इन बिंदुओं पर दबाव पड़ने से आंखों की शक्ति बढ़ती है।
शांति का अनुभव करें: हरी घास पर कदम रखने से मन शांत होता है, तनाव और चिंता कम होती है।
शरीर में इलेक्ट्रॉनिक तनाव कम करता है: पृथ्वी के साथ सीधा संपर्क शरीर से विद्युत चुम्बकीय तनाव (ईएमएफ) को दूर करता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
रक्त परिसंचरण में सुधार: नरम, ठंडी घास पर चलने से पैरों की नसें सक्रिय हो जाती हैं और रक्त प्रवाह में सुधार होता है।
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद: नंगे पैर चलने से पैरों पर कुछ बिंदुओं पर दबाव पड़ता है, जिससे पाचन बढ़ाने में मदद मिलती है।
मस्तिष्क की कार्यक्षमता में वृद्धि: सुबह की हवा और प्रकाश के संपर्क में आना मस्तिष्क के लिए ताजगीदायक होता है, तथा एकाग्रता बढ़ाता है।
हमारा आयुर्वेद भी कहता है कि घास पर नंगे पैर चलने से पैरों के तलवों से लेकर पूरा शरीर स्वस्थ बनता है। दावा किया जा रहा है कि इससे शरीर के कई कार्य जैसे मस्तिष्क, हृदय, यकृत और गुर्दे बेहतर होते हैं और कैंसर जैसी बीमारियों से भी राहत मिलती है। घास पर नंगे पैर चलने से आप धरती को छू सकते हैं और अपने शरीर में अधिक ऊर्जा का प्रवाह महसूस कर सकते हैं। नंगे पैर चलते समय थोड़ा संगीत सुनना न भूलें ताकि आपके मन में कोई नकारात्मक विचार न आएं और आप सैर का आनंद ले सकें। जब हम अपना पसंदीदा संगीत सुनते हैं, तो हमारे शरीर में अधिक सकारात्मक आवेग उत्पन्न होते हैं और उसके कारण, हम अधिक ऊर्जा महसूस करते हैं।
घास पर चलते समय सावधान रहें:
घास पर चलना स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, लेकिन चलने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। घास पर चलने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वहां कोई कांटे, कांच के टुकड़े या अन्य हानिकारक वस्तुएं न हों। क्योंकि कभी-कभी जब आप रात में घास पर चलते हैं, तो अंधेरे में आप ऐसी छोटी चीजें नहीं देख पाते हैं, और जब आप नंगे पैर चलते हैं, तो आपको बदतर स्थिति का सामना करना पड़ता है जब यह चीज आपके पैर से टकराती है। और इसीलिए सुबह के समय घास पर चलना बेहतर माना जाता है। हर सुबह 15-20 मिनट तक घास पर नंगे पैर चलना एक उत्कृष्ट प्राकृतिक उपचार पद्धति हो सकती है।
You may also like
सूर्य का कर्क राशि में परिवर्तन इन 6 राशियों का आएगा हर तरफ से पैसा, भर जाएँगी तिजोरिया
शामली में रेत खनन विवाद में गोलीबारी, चार लोग घायल
Viet and Nam: A Poignant Exploration of Queer Love Amidst Tradition
OTT पर 5 भारतीय फिल्में जो वैश्विक पहचान प्राप्त कर चुकी हैं
गुरुवार के दिन करें ये आसान उपाय,होगी धन की प्राप्ति