उत्तर प्रदेश के राजस्व सरप्लस राज्यों में पहले नंबर पर रहने के पीछे नोएडा का योगदान किसी से छिपा नहीं है। उद्योग, निवेश और व्यापारिक गतिविधियों के चलते नोएडा ने प्रदेश के खजाने में सबसे ज्यादा योगदान दिया है। अब यह शहर अरबपतियों के मामले में भी प्रदेश में शीर्ष स्थान पर आ गया है।
दुनिया की नामचीन रिसर्च स्टडी संस्थाएं मर्सडीज-बेंज़ और हुरुन इंटरनेशनल द्वारा किए गए ताजा सर्वे में नोएडा को प्रदेश में अरबपतियों की संख्या के मामले में पहला स्थान दिया गया है। यह सर्वे नगर के आर्थिक विकास और निवेश आकर्षण को दर्शाता है।
पिछले पांच साल की तुलना में नोएडा में अरबपतियों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। पांच साल पहले जिले में केवल 5 अरबपति थे, जबकि अब उनकी संख्या बढ़कर 11 हो गई है। इस वृद्धि ने न केवल नोएडा की आर्थिक शक्ति को उजागर किया है, बल्कि निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए शहर की संभावनाओं को भी रेखांकित किया है।
इस सर्वे के अनुसार, उत्तर प्रदेश में अरबपतियों की कुल सूची में 36 उद्योगपतियों को शामिल किया गया था, जिनमें से अधिकांश का संबंध नोएडा से है। शहर में आईटी, रियल एस्टेट, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में तेजी से वृद्धि ने अरबपतियों की संख्या बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि नोएडा का यह आर्थिक और निवेशीय परिदृश्य प्रदेश की राजस्व वृद्धि में अहम योगदान करता है। नोएडा में औद्योगिक इकाइयों, मल्टीनेशनल कंपनियों और बड़ी कॉर्पोरेट हेडक्वार्टरों की मौजूदगी ने न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है, बल्कि प्रदेश में कर राजस्व में इजाफा भी किया है।
स्थानीय उद्योगपतियों और नागरिकों का कहना है कि नोएडा में व्यापार और निवेश के अनुकूल माहौल ने शहर को आर्थिक समृद्धि और अवसरों का केंद्र बना दिया है। इस शहर की उन्नति ने प्रदेश के अन्य हिस्सों के लिए भी निवेश और औद्योगिक विकास का मार्ग प्रशस्त किया है।
सरकार ने नोएडा की इस प्रगति को देखते हुए शहर में इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं में सुधार पर विशेष ध्यान दिया है। सड़क, परिवहन, आईटी पार्क और औद्योगिक क्षेत्रों के विकास ने नोएडा को निवेशकों के लिए आकर्षक स्थल बना दिया है।
सर्वे में यह भी देखा गया कि नोएडा में व्यवसायिक सफलता और संपत्ति निर्माण के लिए अनुकूल विनियम और नीतियां लागू की गई हैं। इन नीतियों के कारण नए उद्योगपति और निवेशक शहर की ओर आकर्षित हुए हैं।
इस प्रकार, नोएडा न केवल उत्तर प्रदेश के खजाने में प्रमुख योगदानकर्ता बन गया है, बल्कि अब यह अरबपतियों का शहर भी बन चुका है। आर्थिक वृद्धि, निवेश और उद्योग की प्रगति ने नोएडा को प्रदेश के आर्थिक नक्शे पर एक अहम स्थान दिलाया है।
नोएडा की यह प्रगति दर्शाती है कि कैसे औद्योगिक विकास और निवेशीय माहौल किसी शहर को आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से उन्नत बना सकता है, और यही कारण है कि यह शहर उत्तर प्रदेश में अग्रणी राज्यों की सूची में लगातार शीर्ष पर बना हुआ है।
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