रांची, 25 अप्रैल .
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से शुक्रवार को राज्य के 80 उत्कृष्ट और 325 प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालयों को सुचारू रूप से चलाने के लिए हुई समीक्षा बैठक के बाद कई दिशा निर्देश जारी किया है. इन दिशा निर्देशों में परिषद ने विद्यालयों का संचालन समय पर करने को कहा है. साथ ही सभी शिक्षकों को ईवीवी में समय पर उपस्थिति दर्ज करने को कहा है. इसके अलावा परिषद ने कहा है कि यदि कोई शिक्षक लगातार तीन दिन तक देरी से उपस्थिति दर्ज करते हैं तो ऐसी स्थिति उनका एक आकस्मिक अवकाश के रूप में गिना जाएगा.
पर्यावरण पर करें छात्रों को जागरूक
परिषद ने इन विद्यालयों में सुबह की प्रार्थना सभा के अंत में दैनिक समाचार वाचन, करेंट अफेयर्स, शॉर्ट मोरल स्टोपरी अंग्रेजी, मादक पदार्थों के दुरूपयोग को रोकने, सडक सुरक्षा, पर्यावरण पर जागरूकता के लिए छात्रों को प्रेरित करने को कहा है.
परिषद ने कहा है कि शैक्षणिक सत्र शुरू होने के शुरूआती महीने में छात्रों के सीखने के आधार पर स्कूलों को मौलिक जानकारी की कक्षा करानी होगी. उत्कृष्ट विद्यालयों में नामांकन परीक्षा के पूर्व प्रक्रिया और क्रियान्वयन संबंधी योजना का प्रकाशन समय पर कराना होगा.
इसके अलावा परिषद ने सीबीएसई और जैक के दिशा-निर्देशों के अनुसार विद्यार्थियों की उपस्थिति न्यूनतम 75 प्रतिशत को जरूरी बताया है. इसके लिए सभी विद्यार्थियों को शत प्रतिशत उपस्थिति के लिए सभी स्कूल को प्रोत्साहित करने को कहा है.
साथ ही कहा कि हर माह 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले छात्रों को चिन्हित कर उनके अभिभावकों को संबंधित छात्रों की उपस्थिति में वृद्धि लाने के लिए प्राचार्य ज्ञापन जारी करें. परिषद ने सभी उत्कृष्ट विद्यालयों के नोडल पदाधिकारी और स्कूल मैनेजर की ओर विद्यालयों का नियमित विजिट करने और भ्रमण रिपोर्ट भी प्रत्येक माह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को उपलब्ध कराने को कहा है.
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/ Vinod Pathak