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यूरिया खाद का कारगर विकल्प अमोनियम सल्फेट, फसलों को मिलता दीर्घकालिक लाभ

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— नाइट्रोजन और सल्फर की संयुक्त आपूर्ति, मिट्टी की उर्वरता में भी सुधार

वाराणसी, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के किसानों को यूरिया की कमी से परेशान होने की अब आवश्यकता नहीं है। कृषि विशेषज्ञों और अधिकारियों ने किसानों को यूरिया खाद के स्थान पर अमोनियम सल्फेट के उपयोग की सलाह दी है, जो न केवल नाइट्रोजन की आपूर्ति करता है, बल्कि फसलों के लिए आवश्यक सल्फर तत्व की पूर्ति भी करता है। वाराणसी के जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह के अनुसार, अमोनियम सल्फेट एक स्थायी और अधिक प्रभावी उर्वरक है, जो फसल उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ मिट्टी की सेहत को भी बेहतर बनाए रखता है। उन्होंने बताया कि इसमें उपस्थित नाइट्रोजन लंबे समय तक पौधों को धीरे-धीरे उपलब्ध होती है, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार होता है।

—अमोनियम सल्फेट की प्रमुख विशेषताएं

इसमें 20.5फीसद अमोनिकल नाइट्रोजन और 23 फीसद सल्फर पाया जाता है। यह उर्वरक 100 फीसद जल में घुलनशील सल्फर प्रदान करता है, जिससे मिट्टी की संरचना में सुधार होता है। यूरिया की तुलना में इसकी नाइट्रोजन हवा में उड़ती नहीं है और न ही बारिश में बहती है, जिससे इसकी लंबी अवधि तक प्रभावशीलता बनी रहती है। सल्फर की पर्याप्त मात्रा के कारण किसानों को अलग से सल्फर खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

—किसानों के लिए फायदेमंद सौदा

कृषि अधिकारी ने बताया कि एक बोरी यूरिया के स्थान पर आधी बोरी अमोनियम सल्फेट ही पर्याप्त है। इसमें लगभग 11.5 किलोग्राम सल्फर के साथ-साथ संतुलित मात्रा में नाइट्रोजन भी उपलब्ध होती है। इसका उपयोग न केवल डीएपी जैसे उर्वरकों की खपत को कम करता है, बल्कि फॉस्फोरस के अवशोषण में भी मदद करता है। इससे कीटनाशकों और अन्य कृषि रसायनों पर होने वाला खर्च भी घटता है।

—विक्रेताओं से अपील, किसानों को करें जागरूक

जिला कृषि अधिकारी ने जनपद के सभी उर्वरक विक्रेताओं से आग्रह किया है कि वे किसानों को अमोनियम सल्फेट के लाभों की जानकारी दें। यह न केवल यूरिया का सस्ता विकल्प है, बल्कि बरसात के मौसम में भी ज्यादा सुरक्षित और प्रभावी साबित होता है।

किसानों से अपील की गई है कि वे अमोनियम सल्फेट को अपनाएं और बेहतर पैदावार, कम लागत और मिट्टी की उर्वरता में सुधार जैसे लाभों का अधिकतम उपयोग करें।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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