जबलपुर, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Madhya Pradesh के जबलपुर नगर निगम कमिश्नर ने शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर जोरदार अभियान शुरू किया है. उन्होंने जबलपुर को इंदौर की तर्ज पर बनाने के लिए कुछ नए प्रयोग भी किए हैं. इसी के चलते महापौर जगत बहादुर सिंह अनु एवं निगम कमिश्नर रामप्रसाद अहिरवार ने संयुक्त रूप से शहर में सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण करना शुरू कर दिया है. इसी सिलसिले में शुक्रवार को वे तिलहरी पहुंचे. कमिश्नर एवं महापौर को सफाई कर्मियों की टीम की संख्या कम लगने पर उन्होंने जांच की जहां उन्हें घोटाला समझ में आया. उन्होंने पाया कि वार्ड में सफाई कार्य के लिए 40 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी वहां मात्र 13 सफाई कर्मचारी ही मिले. जिसको लेकर उन्होंने नाराजगी व्यक्ति की तथा अधिकारियों और ठेकेदारों को जमकर लताड़ लगाई. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अनुपस्थित सफाई कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा जायेगा.
उल्लेखनीय है कि शहर में सफाई व्यवस्था मैं हो रहे भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार न केवल सफेदपोश बल्कि इसमें ठेकेदार व अन्य अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं. यदि देखा जाए तो प्रतिदिन वार्डों में सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति में भ्रष्टाचार जारी है. शहर के प्रमुख वार्डों में केवल मुख्य मार्ग पर सफाई हो जाती है गलियों में आज भी एक ही लेबर घूम घूम कर साफ करता रहता है. जाहिर सी बात है की कम संख्या में लेबर लगाकर पूरे की हाजिरी लगाने का खेल जारी है. यदि निगम आयुक्त इस मामले की पूर्णता से जांच करें, तो इसमें लाखों का हेर फेर सामने आ सकता है. जिसमें वे तमाम सफेदपोश भी शामिल हो सकते हैं जो कॉलर ऊपर कर बड़ी बड़ी बात करते हैं.
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
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