धर्मशाला, 04 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश भर सहित राज्य के सबसे बड़े कांगड़ा जिला में भारी बरसात ने इस बार ऐसे ज़ख्म दिए हैं जो शायद ही कभी भर सकें। पिछले करीब ढाई महीने से जिस तरह से बादल लगातार बरस रहे हैं उससे कांगड़ा जिला में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। बेरहम बरसात ने जिला में अब तक अपनों से जहां 50 बहुमूल्य जिंदगियां छीन ली हैं वहीं 197 निरीह जानवरों की भी मौत हो गई है। वहीं सैंकड़ों लोग बेघर हो गए हैं और उन्हें अपने घर बार छोड़कर दूसरी जगह शरण लेनी पड़ी है। हजारों हेक्टेयर उपजाऊ जमीन भी भारी बारिश व बाढ़ की चपेट में आ चुकी है।
बरसात का यह दौर अभी भी जारी है और नुकसान का सिलसिला जारी है।
उधर अभी तक जिला में नुकसान की बात करें तो निजी और सार्वजनिक संपत्ति को 539 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। जिला में सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की बात करें तो अब तक सबसे अधिक 286 करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है। इसके अलावा जल शक्ति विभाग को 218 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। इसके अलावा राजस्व विभाग को 9.56 करोड़, नगर निगम धर्मशाला क्षेत्र के तहत 5.90 करोड़, विद्युत विभाग को स्वास्थ्य विभाग को 28 करोड़, 4.03 करोड़, कृषि विभाग को 1.88 करोड़ जबकि बागवानी विभाग को 2 लाख से अधिक का नुकसान हो चुका है।
जिला में निजी संपत्ति को हुए नुकसान की बात करें तो जिला में अब तक बरसात के इस मौसम में 15 पक्के घर और 110 कच्चे मकान पूरी तरह जमींदोज हो चुके हैं। वहीं आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त पक्के घरों की संख्या 70 जबकि कच्चे घरों की संख्या 819 पंहुच गई है। जिला में अभी तक कुल 1016 घरों और 1051 गौशालाओं को भी नुकसान हो चुका है। इसके अलावा 28 दुकानों और 50 रसोईघरों और बाथरूम को भी नुकसान हुआ है।
वहीं जिला में अब तक बरसात में हुए नुकसान की बात करें तो बीते 20 जून से अब तक कुल 197 पशुधन की हानि हुई है।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
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