EPFO New Rules 2025 : अगर आप देश के 7 करोड़ से ज्यादा EPF (Employees’ Provident Fund) खाताधारकों में से एक हैं, तो ये खबर आपके लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने नियमों में जबरदस्त बदलाव कर दिए हैं, जिसे EPFO 3.0 के नाम से पुकारा जा रहा है।
ये EPFO New Rules 2025 के तहत सुधार न सिर्फ डिजिटल प्रक्रियाओं को सुपर आसान बना रहे हैं, बल्कि आपकी सेवानिवृत्ति की बचत को और मजबूत रखने पर भी फोकस कर रहे हैं। अब आप अपनी जमा राशि का बड़ा चंक्स निकाल सकेंगे, लेकिन कुछ नई लिमिट्स और वेटिंग पीरियड्स का ध्यान रखना पड़ेगा।
दरअसल, EPFO बोर्ड की हालिया अहम मीटिंग में ऐसे कई फैसले लिए गए हैं, जो सीधे EPF (Employees’ Provident Fund) खाता धारकों को प्रभावित करेंगे। लेकिन चिंता मत करो, ये जरूरी अपडेट्स जानना आपके लिए फायदेमंद होगा, ताकि आप EPFO New Rules 2025 का पूरा लाभ उठा सको। आइए, इन बदलावों को एक-एक करके समझते हैं।
PF निकासी पर नए नियम
EPFO बोर्ड ने हाल ही में अप्रूव किया है कि सदस्य अपनी पात्र शेष राशि – यानी कर्मचारी और नियोक्ता दोनों के योगदान – का 100% तक निकाल सकते हैं। लेकिन ट्विस्ट ये है कि कम से कम 25% राशि खाते में बनी रहनी चाहिए।
मतलब साफ है, प्रैक्टिकल में आप कुल बैलेंस का सिर्फ 75% ही विदड्रॉ कर पाओगे, जबकि बाकी 25% आपकी रिटायरमेंट फंड (Retirement Fund) के रूप में सेफ रहेगी। ये EPFO New Rules 2025 का कोर आइडिया है, जो आपकी फ्यूचर सिक्योरिटी को प्रोटेक्ट करता है।
पहले ये निकासी अलग-अलग मकसदों पर डिपेंड करती थी, जैसे शादी, पढ़ाई, घर या बीमारी, और हर केस के लिए अलग रूल्स थे। लेकिन अब सब कुछ सिंपल हो गया है – तीन कैटेगरी में बांट दिया गया: जरूरी (Essential), आवास (Housing) और स्पेशल (Special)। इससे प्रोसेस फास्ट और कम कन्फ्यूजिंग हो गया।
पूरी राशि निकालने पर ये है नया रूल
अब बात करते हैं फुल अमाउंट विदड्रॉल की। पहले बेरोजगारी के बाद सिर्फ 2 महीने में PF की पूरी राशि निकाल ली जा सकती थी। लेकिन EPFO New Rules 2025 के तहत ये वेटिंग पीरियड बढ़ाकर 12 महीने कर दिया गया है।
वहीं, पेंशन फंड (EPS) के लिए ये 36 महीने हो गया। क्यों? ताकि लोग हड़बड़ी में अपनी सेवानिवृत्ति बचत उड़ा न दें और लॉन्ग-टर्म सिक्योरिटी बनी रहे। ये चेंज EPF (Employees’ Provident Fund) होल्डर्स के लिए एक रिमाइंडर है कि जल्दबाजी से बचो, प्लानिंग करो।
डिजिटल सिस्टम हुआ सुपर स्मूथ
EPFO अब फुल-ऑन डिजिटल-फर्स्ट मोड में शिफ्ट हो रहा है, जो EPFO 3.0 का बिग पार्ट है। अब PF ट्रांसफर के लिए बॉस की अप्रूवल की जरूरत नहीं – बस आपका UAN (Universal Account Number) और आधार लिंक्ड होना चाहिए। ये सुविधा EPF (Employees’ Provident Fund) ट्रांसफर को सुपर ईजी बना देगी।
ऊपर से, पासबुक लाइट (Passbook Lite) जैसे फीचर्स और उमंग ऐप के जरिए आप अपनी डिटेल्स, बैलेंस और विदड्रॉल स्टेटस इंस्टेंट चेक कर सकोगे। प्लस, ₹5 लाख तक के क्लेम्स के लिए ऑटो सेटलमेंट लिमिट भी बढ़ा दी गई है, जिससे छोटे-मोटे दावे फटाफट अप्रूव हो जाएंगे। EPFO New Rules 2025 में ये डिजिटल अपग्रेड्स गेम-चेंजर हैं!
अब क्या करें EPF सदस्य
अगर आप EPF (Employees’ Provident Fund) मेंबर हैं, तो इन EPFO New Rules 2025 को अपनाने के लिए रेडी हो जाओ। सबसे पहले, आधार को UAN (Universal Account Number) से लिंक कर लो – ये डिजिटल सर्विसेज और ऑटो ट्रांसफर के लिए must है।
दूसरा, अर्ली विदड्रॉल से बचो – 12 महीने की वेटिंग पूरी होने तक सब्र रखो। तीसरा, इंटीग्रेटेड पोर्टल यूज करो – पासबुक लाइट (Passbook Lite) और उमंग ऐप से सब कुछ हैंडल हो जाएगा। चौथा, 25% मिनिमम बैलेंस हमेशा मेंटेन रखो, ये आपकी फ्यूचर फाइनेंशियल सिक्योरिटी है।
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