क्या आपका शरीर बार-बार कुछ अजीब संकेत दे रहा है? अगर हां, तो ये लिवर में सूजन की निशानी हो सकती है! लिवर हमारे शरीर का वो साइलेंट हीरो है जो खाने को पचाने से लेकर खून को साफ करने तक सब कुछ संभालता है। लेकिन जब इसमें सूजन आ जाती है, तो ये कई परेशानियां खड़ी कर सकता है। आइए जानते हैं लिवर की सूजन के लक्षण क्या हैं, ये क्यों होती है और इसे कैसे रोका जा सकता है। अगर आप भी इन संकेतों को महसूस कर रहे हैं, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें, क्योंकि समय रहते इलाज से बड़ा खतरा टल सकता है।
लिवर में सूजन के प्रमुख लक्षणलिवर की सूजन शुरुआत में फ्लू जैसी लग सकती है, लेकिन ये संकेत बार-बार आते हैं तो इग्नोर न करें। सबसे आम लक्षण है त्वचा और आंखों का पीला पड़ना, जिसे जॉन्डिस कहते हैं। इसके अलावा पेट में दर्द, लगातार थकान, उल्टी या मतली, जोड़ों में दर्द और भूख न लगना भी बड़े संकेत हैं। कभी-कभी मूत्र का रंग गहरा हो जाता है या मल हल्के रंग का निकलता है। अगर पेट फूलने लगे या खून की उल्टी हो, तो ये गंभीर स्थिति का इशारा है। ये लक्षण अचानक नहीं आते, बल्कि शरीर धीरे-धीरे चेतावनी देता है। महिलाओं में ये ज्यादा थकान के रूप में दिख सकता है, जबकि पुरुषों में पेट दर्द प्रमुख होता है। अगर आपका वजन अचानक कम हो रहा है या त्वचा पर खुजली हो रही है, तो ये भी लिवर की परेशानी बता सकता है।
लिवर में सूजन के मुख्य कारणलिवर की सूजन कई वजहों से हो सकती है, जैसे ज्यादा शराब पीना, वायरल इंफेक्शन या फैटी लिवर डिजीज। अल्कोहलिक सिरोसिस या नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर इसमें बड़ा रोल खेलता है। इसके अलावा दवाओं का ज्यादा इस्तेमाल, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर या शरीर में आयरन की अधिकता (हेमोक्रोमेटोसिस) भी कारण बन सकती है। वायरस जैसे हेपेटाइटिस ए, बी या सी से संक्रमण होने पर लिवर सूज जाता है। अगर दिल की दवाएं या स्टेटिन जैसी दवाएं ज्यादा ली जाएं, तो भी ये समस्या आ सकती है। मोटापा और खराब डाइट भी लिवर को कमजोर बनाती है, जिससे सूजन बढ़ती है। कभी-कभी जेनेटिक कारण जैसे विल्सन डिजीज या अल्फा-1 एंटीट्रिप्सिन की कमी से भी ये होता है। याद रखें, ये सब मिलकर लिवर को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाते हैं।
लिवर की सूजन से बचाव के आसान उपायअच्छी खबर ये है कि लिवर की सूजन को घरेलू उपायों से रोका जा सकता है! सबसे पहले अपनी डाइट सुधारें – ज्यादा सब्जियां, फल और साबुत अनाज खाएं। आंवला, हल्दी और ग्रीन टी जैसे नैचुरल चीजें लिवर को डिटॉक्स करती हैं। रोजाना आंवले का जूस पिएं या हल्दी वाला दूध लें, ये सूजन कम करने में मदद करता है। शराब से दूर रहें और नियमित एक्सरसाइज करें, जैसे वॉकिंग या योग। पानी खूब पिएं – कम से कम 8-10 गिलास रोजाना। अगर आप दवाएं ले रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह से ही लें। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए तनाव कम करें और अच्छी नींद लें। अगर लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से जांच करवाएं, क्योंकि शुरुआती स्टेज में इसे रिवर्स किया जा सकता है। याद रखें, स्वस्थ लिवर का मतलब है स्वस्थ जीवन!
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